+
पहलवानों का अब इंडिया गेट पर कैंडललाइट मार्च; क्या पुलिस जाने देगी?

पहलवानों का अब इंडिया गेट पर कैंडललाइट मार्च; क्या पुलिस जाने देगी?

यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पहलवान क्या इस आंदोलन को अब जंतर-मंतर से बाहर फैलाने की पूरी तैयारी में हैं?

जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों की आज शाम को इंडिया गेट पर कैंडललाइट मार्च निकालने की तैयारी है। लेकिन क्या वे ऐसा कर पाएँगे? क्या दिल्ली पुलिस उन्हें ऐसा करने देगी? पुलिस का कहना है कि इसके लिए न तो अभी तक अनुमति दी गई है और न ही इनकार किया गया है। वैसे, ये पहलवान अपनी मांगों को लेकर काफ़ी मुखर हैं और वे इसको लेकर लगातार आगे बढ़ रहे हैं। हाल के दिनों में वे अपने आंदोलन का दायरा जंतर-मंतर से बाहर भी बढ़ाने का प्रयास किया है।

पहलवानों ने पिछले हफ्ते कनॉट प्लेस में एक मार्च निकाला था। फिर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक आईपीएल मैच में उतरे थे। आज इंडिया गेट पर कैंडललाइट मार्च की तैयारी है और 28 मई को जिस दिन प्रधानमंत्री नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे, उस दिन हरियाणा में एक बैठक और एक महिला महापंचायत की भी योजना है।

महिला पहलवानों के नेतृत्व में महीनों से चला आ रहा विरोध-प्रदर्शन इसलिए जारी है और आंदोलन का रूप ले चुका है क्योंकि देश की 7 नामी महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। उन्होंने पहले दिल्ली पुलिस से एफ़आईआर का अनुरोध किया था लेकिन उसने जाँच के नाम पर मामले को लटकाए रखा था। प्रदर्शन करने वाले पहलवानों की मांग है कि बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटाकर जेल भेजा जाए। 

गोल्ड मेडल जीतने वाले बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक, विनेश फोगट जैसे देश के कुछ शीर्ष पहलवान इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी की शिकायत 21 अप्रैल को दर्ज की गई थी। लेकिन जब पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की तो पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस ने दो प्राथमिकी दर्ज की, एक POCSO अधिनियम के तहत और दूसरी वयस्क महिला पहलवानों की शिकायतों के आधार पर।

इतना होने के बाद भी अभी तक इस मामले में गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और इसी के ख़िलाफ़ पहलवान लगातार अपने आंदोलन को विस्तार दे रहे हैं।

विशेष रूप से महिलाओं से अधिक समर्थन के प्रयास में विरोध करने वाले पहलवान मंगलवार के मार्च के बाद विरोध को अगले स्तर पर ले जाने की योजना बना रहे हैं। विनेश फोगट ने टीओआई से कहा, 'इंडिया गेट एक ऐसी जगह है जो हमारे नेताओं के बलिदान के लिए जानी जाती है। हमारी लड़ाई भी इंसाफ के लिए है और हम अपनी आखिरी सांस तक इस लड़ाई को जारी रखेंगे।'

फोगट ने कहा कि 25 मई को हरियाणा में एक सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'कार्यक्रम हमारे सम्मान में आयोजित किया गया है। इसके बाद हमने 28 मई को महिला महापंचायत की योजना बनाई है। महिलाएं संसद भवन के बाहर महापंचायत का नेतृत्व करेंगी और हमारे अन्य समर्थकों का सहयोग किया जाएगा।'

रिपोर्ट के अनुसार, यह पूछे जाने पर कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के खिलाफ यौन उत्पीड़न का यह संघर्ष कब तक जारी रहेगा, फोगट ने कहा, 'हमारे लिए यह सरल और सीधा है। हम बृजभूषण की गिरफ्तारी चाहते हैं। तब तक हम नहीं हटेंगे। दूसरे, हम चाहते हैं कि डब्ल्यूएफआई में गंदगी हमेशा के लिए साफ हो जाए ताकि पहलवानों को नुकसान न उठाना पड़े।'

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें