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महिला पहलवानों के समर्थन में लोग उमड़े, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई

महिला पहलवानों के समर्थन में लोग उमड़े, दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाई

दिल्ली के जतंर मंतर पर बैठी महिला पहलवानों के समर्थन में आज रविवार को भारी भीड़ जुट रही है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और रॉबर्ट वाड्रा भी समर्थन देने पहुंचे। दिल्ली पुलिस ने वहां की सुरक्षा बढ़ा दी है।

जंतर मंतर पर बैठी 7 महिला पहलवानों को अपार जनसमर्थन मिल रहा है। आज रविवार को हरियाणा और पश्चिमी यूपी से भारी तादाद में लोग समर्थन देने पहुंचे। इसी क्रम में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा भी आज अलग-अलग समय पर समर्थन देने पहुंचे। इस बीच दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों की सुरक्षा बढ़ा दी है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली 7 महिला पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा दे दी है। जंतर मंतर पर दिल्ली पुलिस ने उनके आसपास भी सुरक्षा बढ़ा दी है। WFI प्रमुख के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज होने के दो दिन बाद यह सुरक्षा दी गई है। ब्रजभूषण शरण सिंह भाजपा सांसद भी हैं।

इस बीच, ओलंपिक पदक विजेता और पहलवान, योगेश्वर दत्त, जो पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली समिति के सदस्य भी हैं, ने कहा कि पहलवानों को अब अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यानी योगेश्वर ने अप्रत्यक्ष इशारा किया कि महिला पहलवान अब अपना आंदोलन खत्म कर दें।

योगेश्वर दत्त ने कहा - पुलिस तभी कार्रवाई करेगी जब आप उसे इसकी सूचना देंगे। यदि कोई घर पर बैठा रहेगा तो वे ऐसा नहीं करेंगे। पहलवानों को इसे (एफआईआर) तीन महीने पहले कराना चाहिए था। मैंने पहले भी कहा था कि अगर वे कार्रवाई चाहते हैं, तो उन्हें इसकी पुलिस में रिपोर्ट करनी चाहिए।

बहरहाल, जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने को राजनीतिक दलों का समर्थन मिलना जारी है। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रविवार को पहलवानों की मांग के समर्थन में मौके पर पहुंचे। भीम आर्मी प्रमुख ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता महिला पहलवानों के समर्थन में हैं।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा भी प्रदर्शनकारी पहलवानों को समर्थन देने के लिए रविवार को जंतर-मंतर पहुंचे। कल प्रियंका गांधी ने पहलवानों से मुलाकात की और डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दरअसल, जब आंदोलनकारी महिला पहलवानों ने सभी राजनीतिक दलों से समर्थन मांगा तो हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके समर्थन में पहुंचने वालों में सबसे पहले नेता थे। फिर प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा पहुंचे। उसके बाद आरएलडी के जयंत चौधरी पहुंचे थे।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शनिवार शाम को पहलवानों के समर्थन में उतरे और कहा था कि महिलाओं को परेशान करने वालों को फांसी पर लटका देना चाहिए। केजरीवाल ने कल धरना स्थल पर पहलवानों से मुलाकात के बाद कहा, जिन पहलवानों ने देश को गौरवान्वित किया है, वे पिछले एक हफ्ते से जंतर-मंतर पर विरोध कर रहे हैं। उनका अपमान किया गया है। महिलाओं को परेशान करने वालों को फांसी दी जानी चाहिए।

बता दें कि विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित भारत के शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं और कहा है कि जब तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे दिल्ली में जंतर मंतर पर विरोध स्थल नहीं छोड़ेंगे।

ब्रजभूषण का पक्ष

भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण सिंह ने पहले ही यौन उत्पीड़न के आरोपों से इनकार किया था, ने कहा है कि वह अपराधी नहीं हैं और पद नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा, मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। किसी भी जांच में सहयोग करूंगा। उनकी (पहलवानों की) मांगें लगातार बदल रही हैं। इस्तीफा देने का मतलब आरोपों को स्वीकार करना होगा। उनके आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। मुझे किसी भी मामले में किसी भी अदालत ने कभी भी दोषी नहीं ठहराया है।

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