SC/ST, ओबीसी, जाति जनगणना के साथ महिला आरक्षण बिल लागू होः सोनिया
संसद के विशेष सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पर बहस के लिए सात घंटे का समय बुधवार को रखा गया है। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी विपक्ष की ओर से बहस की शुरुआत की। दरअसल, नए महिला कोटा बिल में ओबीसी महिलाओं को कोई आरक्षण नहीं दिया गया है। यह अब बहस का मूल मुद्दा बनने जा रहा है। इस मुद्दे को अभी तक सपा और लालू यादव की आरजेडी ही उठा रहे थे, लेकिन अब कांग्रेस ने भी इस पर स्टैंड ले लिया है। इस तरह ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण अब बहस के केंद्र में रहेगा। बहरहाल, इस विधेयक के पास होने की पूरी संभावना है, क्योंकि सभी दल इस पर एकमत हैं। यह प्रस्ताव मूल रूप से कांग्रेस का है, जिसके लिए वो समय-समय पर प्रयास करती रही है।
LIVE: Smt Sonia Gandhi ji speaks on the Women's Reservation Bill in Parliament. https://t.co/5hvzwf9LL4
— Congress (@INCIndia) September 20, 2023
- कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि ये बिल राजीव गांधी का सपना है..इस बिल के पास होने से हमें खुशी होगी. यह मेरी जिंदगी का मार्मिक क्षण है।' उन्होंने कहा कि "भारतीय महिला में समुद्र की तरह धैर्य है। उन्होंने नदी की तरह सभी की भलाई के लिए काम किया है। महिलाओं के धैर्य की सीमा का अनुमान लगाना कठिन है, वे कभी आराम करने के बारे में नहीं सोचती हैं।"
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भारतीय महिलाओं के अंदर महासागर जैसा धीरज है।
-सोनिया गांधी, कांग्रेस सासंद, 20 सितंबर 2023 सोर्सः संसद टीवी
- उन्होंने कहा- महिला आरक्षण विधेयक को लागू करने में कोई भी देरी भारतीय महिलाओं के साथ घोर अन्याय होगा।
Congress demands that women's quota bill be implemented immediately with sub-quota for SCs, STs, OBCs: Sonia Gandhi
— Press Trust of India (@PTI_News) September 20, 2023
- उन्होंने कहा- "कांग्रेस मांग करती है कि एससी, एसटी, ओबीसी के लिए उप-कोटा के साथ महिला कोटा बिल तुरंत लागू किया जाए।
- सोनिया गांधी ने कहा कि भारतीय महिलाएं पिछले 13 वर्षों से अपनी राजनीतिक जिम्मेदारी का इंतजार कर रही हैं। और अब उनसे कुछ साल और इंतजार करने को कहा जा रहा है. कितने साल? लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, कांग्रेस की मांग है कि इस विधेयक को तुरंत लागू किया जाए और इसके साथ ही जाति जनगणना कराकर एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए।
- सोनिया गांधी ने विस्तार से बताया कि कांग्रेस ने कैसे मुश्किल से पंचायतीराज बिल पास कराया था। एक बार तो कांग्रेस राज्यसभा में 7 वोटों के अंतर से इसे पास नहीं करा पाई थी। बाद में पीएम पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार ने इसे राज्यसभा में पारित कर दिया। परिणामस्वरूप, हमारे पास स्थानीय निकायों के माध्यम से देश भर में 15 लाख निर्वाचित महिला नेता हैं। लेकिन राजीव गांधी का सपना आंशिक रूप से ही पूरा हुआ है. यह इस विधेयक के पारित होने के साथ पूरा हो जाएगा।”
- डीएमके सांसद कनिमोझी ने विधेयक में संशोधन के लिए नोटिस दिया है। संशोधन संविधान (128वें) संशोधन विधेयक, 2023 के खंड 5 से संबंधित है। संशोधन में वर्तमान विधेयक के कार्यान्वयन से पहले पूरी की जाने वाली जनगणना और परिसीमन की शर्त को हटाने का प्रस्ताव है। महिला आरक्षण को तत्काल लागू करने की मांग की गई है।
- राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन की बैठक में सदन में चर्चा को लेकर रणनीति बनाई।
- एक्टर और राजनेता कमला हासन ने महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन और स्वागत किया। उन्होंने इसे बड़ा क्रांतिकारी कदम बताया।
- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के इस बयान पर कि गांधी परिवार सिर्फ अपने घर की महिलाओं का सशक्तीकरण चाहता है, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि भाजपा ने स्मृति ईरानी को कांग्रेस को गाली देने का लाइसेंस दे रखा है।