क्या अब करहल से मैदान में उतरेंगे अखिलेश, जिला सपा कमेटी का प्रस्ताव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का इशारा किया है। करहल मैनपुरी जिले में आता है। अभी तक आजमगढ़ में गोपालपुर सीट से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे।
अखिलेश के चुनाव लड़ने का मामला रोचक होता जा रहा है। वो इशारों में बातें करते हैं लेकिन स्पष्ट रूप से बयान नहीं देते हैं लेकिन सारी गतिविधियों से यह खबर पक्की है कि वो विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश अभी गोरखपुर से सपा सांसद हैं।
दरअसल, मैनपुरी जिला सपा कमेटी ने अखिलेश के पास प्रस्ताव भेजा कि वो जिले की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ें। आज वहां के जिला अध्यक्ष देवेंद्र यादव के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ताओं ने अखिलेश से मुलाकात कर करहल से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया। इस पर अखिलेश ने उनके अनुरोध का सम्मान करते हुए कहा कि वो विचार करेंगे। लेकिन मैनपुरी के सपा नेताओं ने सपा दफ्तर पर मौजूद पत्रकारों को बता दिया कि अखिलेश ने करहल से चुनाव लड़ने पर सहमति दे दी है। इसके बाद मीडिया में अखिलेश के करहल से चुनाव लड़ने की खबर फैल गई। लेकिन हकीकत ये है कि अभी भी सारा मामला सूत्रों के हवाले से है।
क्या असीम अरुण करेंगे मुकाबला
बीजेपी सारे हालात पर बारीक नजर रखे हुए है। बीजेपी नेताओं ने पहले तो बयान दिया कि योगी के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद अखिलेश दबाव में हैं और वे भी कोई सुरक्षित कोना खोज रहे हैं। अखिलेश के चुनाव क्षेत्र की पुष्टि होने के बाद बीजेपी भी किसी चर्चित नाम को उनके खिलाफ उतार सकती है। बीजेपी में हाल ही में शामिल किए गए चर्चित आईपीएस असीम अरुण प्रमुख हैं। हालांकि असीम अरुण खुद कन्नौज से चुनाव लड़ना चाहते हैं। लेकिन पार्टी अखिलेश के मुकाबले उतारकर चुनौती पेश करना चाहती है।
बीजेपी में एक लॉबी सक्रिय हो गई है जो असीम अरुण का पार्टी में बढ़ता कद नहीं देखना चाहती है। वो चाहते हैं कि अखिलेश यादव से मुकाबला हारने के बाद असीम अरुण की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का हौसला पस्त हो जाएगा। बहरहाल, बीजेपी अभी असीम अरुण की उम्मीदवारी की भी पुष्टि नहीं की है।
असीम अरुण को अखिलेश के खिलाफ उतारने वाले बीजेपी के कुछ नेता दरअसल इसके पीछे भी राजनीति कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने करहल से पहले आजमगढ़ का संकेत दिया था लेकिन उस समय उन्होंने कहा था कि वो आजमगढ़ की जनता से पूछकर इस संबंध में फैसला लेंगे। हालांकि इसे अखिलेश की अनौपचारिक घोषणा मानी गई लेकिन अभी तक आजमगढ़ सपा जिला कमेटी ने किसी तरह का कोई प्रस्ताव पार्टी को नहीं भेजा है।
पुरानी पेंशन बहाल करेंगे
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आज भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। अखिलेश ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा। बीजेपी सरकार ने इस पेंशन योजना को खत्म कर दिया था। इसका कर्मचारी संगठनों ने भारी विरोध किया था। अखिलेश की यह घोषणा सरकारी कर्मचारियों को राहत देगी।
सपा व सहयोगियों की सरकार आने पर ‘पुरानी पेंशन योजना’ व ‘यशभारती सम्मान’ पुनर्बहाल होंगे व नगरों में ‘नगर-भारती’ सम्मान-पत्र उत्कृष्ट समाजसेवियों, साहित्यकारों, पत्रकारों, कलाकारों, खिलाड़ियों व नौकरी-रोज़गार सृजित करनेवाले उद्यमियों, प्रोफेशनल्स को दिये जाएँगे।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 20, 2022
बाइस में बाइसिकल! pic.twitter.com/FQMi8dV2NW
अखिलेश ने आज यशभारती सम्मान फिर से शुरू करने, इसे पत्रकारों को भी देने का ऐलान किया। इसके अलावा शहरों में स्थानीय स्तर पर नगर भारती पुरस्कार भी शुरू होंगे, जिनमें स्थानीय साहित्यकारों, पत्रकारों, उद्यमियों, प्रोफेशनल्स को सम्मानित किया जाएगा।