पीएम मोदी ने सीबीआई की तारीफ़ क्यों की?
सीबीआई के 60वें स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में डायमंड जुबली समारोह का उद्घाटन किया। समारोह में बोलते हुए मोदी ने जांच एजेंसी की ताऱीफ की और कहा कि इसके नाम पर बहुत सारी उपलब्धियां दर्ज हैं। सीबीआई ने अपनी पहचान न्याय के एक ब्रांड के तौर पर बनाई है, यही इसकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
मोदी ने सीबीआई से आग्रह किया की वह किसी भी ताकतवर इंसान को न बख्शे। लोग अपने से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए सीबीआई जांच की मांग के लिए आंदोलन करते हैं। देश में भ्रष्टाचार खत्म करने में भी सीबीआई की बड़ी भूमिका है।
सरकार ने भी 2014 के बाद से कालेधन, भ्रष्टाचार को खत्म करने को लेकर एक मिशन शुरु किया है। देश को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाने में, सीबीआई के ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है। भ्रष्टाचार सामान्य अपराध भी नहीं है, इसकी वजह से गरीबों से उनका हक छिन जाता है। इसके कारण अपराध भी पनपता है, यह देश के विकास के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा है।
पीएम ने बोलते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की वजह से युवाओं के अवसरों में भी कमी होती है। यह प्रतिभा का सबसे बड़ा दुश्मन है। भाई-भतीजावाद, परिवारवाद को भी यहीं से बल मिलता है। उन्होंने कहा कि गुलामी के दौर में लोग भ्रष्टाचार को मजबूत करते पाए गये, पहले इसकी होड़ लगती थी, तूने किया है तो मैं इतना करूंगा, यह केवल इसलिए संभव था क्योंकि सिस्टम उनके साथ खड़ा होता था। इससे देश का विश्वास टूट गया था। पीएम ने कहा कि सीबीआई का दायरा बहुत ब़ड़ा हो गया है उसे बड़े शहरों से लेकर दूर जंगलों तक में दौड़ लगानी पड़ रही है।
सीबीआई की स्थापना केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 1 अप्रैल 1963 में की गई थी। 2023 में उसकी स्थापना के 60 साल पूरे हो गये। इस अवसर पर सीबीआई के ऊपर एक डाक टिकट और स्मृति में सिक्का भी जारी किया गया। इसके साथ ही सीबीआई का ट्विटर पेज भी लॉन्च किया गया।
आज ही सीबीआई के तीन नए दफ्तरों का उद्घाटन भी किया गया, ये तीन नए दफ्तर महाराष्ट्र के नागपुर और पुणे तथा मेघालय के शिलांग में स्थापित किये गये हैं।