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गुजरात के डॉक्टर की खुदकुशी के पीछे 'नेता' का नाम क्यों

गुजरात के डॉक्टर की खुदकुशी के पीछे 'नेता' का नाम क्यों

वेरावल के पुलिस उपाधीक्षक (प्रभारी) एमयू मासी ने बताया कि घटनास्थल से गुजराती भाषा में मिले एक पंक्ति के कथित सुसाइड नोट में राजेश और नारण को उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।

गुजरात के जूनागढ़ जिले के वेरावल में एक 59 वर्षीय डॉक्टर की आत्महत्या का मामला सामने आया है। मृत डॉक्टर को रविवार को वेरावल में उनके आवास पर मृत पाया गया था। उनका अस्पताल और घर एक ही बिल्डिंग में था। अस्पताल के कर्मचारियों को उनका शव बरामद हुआ। लाश के पास से गुजराती भाषा में लिखा एक छोटा सा सुसाइड नोट भी मिला है। इस नोट में जूनागढ़-गिर के भाजपा सांसद राजेश चूडासमा और उनके पिता नारण चूडासमा के नाम का जिक्र किया गया है।

गुजरात पुलिस ने 59 वर्षीय एक डॉक्टर की कथित आत्महत्या के मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कथित सुसाइड नोट में जिन दो लोगों के नामों का उल्लेख किया गया है वह भाजपा के लोकसभा सदस्य राजेश चूडासमा और उनके पिता नारन चूडासमा तो नहीं हैं।

पीड़ित के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि सुसाइड नोट में जूनागढ़-गिर सोमनाथ से मौजूदा सांसद राजेश चुडासमा और उनके पिता के नाम का जिक्र है।

वेरावल के पुलिस उपाधीक्षक (प्रभारी) एमयू मासी ने बताया कि घटनास्थल से गुजराती भाषा में मिले एक पंक्ति के कथित सुसाइड नोट में राजेश और नारण को उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। पुलिस के अनुसार हम मामले की जांच कर रहे हैं। नोट में उल्लेखित व्यक्तियों का विवरण नहीं दिया गया है। पलिस ने फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है। सुसाइड नोट की पुष्टि के लिए हस्तलेखन विशेषज्ञ से परामर्श किया है।

मृत डॉ. के दोस्त डॉ. जलपन रूपापारा ने आरोप लगाया कि रूपापारा ने दोनों को 2-2.5 करोड़ रुपये उधार दिए थे। और अब सासंद पुत्र और उनके पिता पैसे वापस नहीं कर रहे थे। रूपापारा ने कहा कि मैं डॉक्टर को पिछले दो सालों जानता हूं। उन्होंने मुझे बताया था कि वह बहुत तनाव में हैं, क्योंकि राजेश और नारन ने उसके पैसे वापस नहीं कर रहे हैं। मुझे पूरा यकीन है कि नोट मे लिखे नाम उन दोनों के ही हैं।

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