असम के सीएम सरमा की शहरों, गांवों के नाम बदलने की नई मुहिम के पीछे क्या है
शहरों, गांवों, कस्बों के नाम बदलने के मुद्दे पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा फिर विवादों में आ गए हैं। पांच राज्यों में चुनाव के दौरान सरमा के लगातार विवादित रणनीतिक बयान सामने आ रहे हैं। लेकिन सरमा ने गुवाहाटी के काला पहाड़ को लेकर जो बयान दिया है, उससे ही उनकी रणनीति साफ हो गई है कि इसकी आड़ में अल्पसंख्यकों को टारगेट किया जाएगा। यह एक तरह से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुहिम का विस्तार है। योगी ने भी अपने पांच साल के कार्यकाल में कई शहरों, रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का काम किया। सरमा ने बुधवार को कहा कि असम सरकार शहरों, कस्बों और गांवों के नाम बदलने के लिए सुझाव मांगने के लिए एक पोर्टल लॉन्च करेगी। हम ऐसे नाम बदलना चाहते हैं जो हमारी सभ्यता, संस्कृति के खिलाफ है और किसी भी जाति या समुदाय के लिए अपमानजनक है।
गुवाहाटी में मेडिकल कॉलेज के कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री सरमा ने वहां कहा कि बहुत सारी जगहों का नाम कुछ समुदायों में द्वेष के कारण रखा गया था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरमा ने वहां कहा कि गुवाहाटी का काला पहाड़, जिसका नाम बंगाल सल्तनत के एक मुस्लिम जनरल के नाम पर रखा गया था, जिसने कामाख्या मंदिर पर हमला किया था। यह नाम निश्चित रूप से हमारी सरकार बदलेगी।
THERE’S MUCH IN A NAME
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) February 16, 2022
Name of a city, town or village should represent its culture, tradition & civilisation.
We shall launch a portal to invite suggestions on change of names across Assam which are contrary to our civilisation, culture & derogatory to any caste or community.
सरमा ने कहा कि मैंने काला पहाड़ के स्थानीय विधायक से स्थानीय निवासियों से सलाह लेकर कोई नाम सुझाने का आग्रह किया है। वहां से जो सुझाव आएगा, उसी पर उस जगह का नाम रख दिया जाएगा। हालांकि काला पहाड़ को लेकर उन्होंने संकेत दिया कि काला पहाड़ में आने वाले मेडिकल कॉलेज का नाम प्रागज्योतिषपुर मेडिकल कॉलेज होगा। इससे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शहरों और भवनों के नाम बदलने के लिए चर्चा में आए थे। योगी ने फैजाबाद का नाम अयोध्या, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया था। इसी तरह से झांसी, मुगलसराय स्टेशनों के नाम भी बदले गए थे।
बहरहाल, असम के सीएम सरमा की इस पहल से विवाद ज्यादा बढ़ेगा। शायद यही उनकी इच्छा भी है। काला पहाड़ का नाम बदलने और उसे मुस्लिम जनरल से जोड़ने के बयान से उन्होंने अपनी ऱणनीति खुद ही बता दी है कि इसके जरिए वे अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े नामों और प्रतीकों को टारगेट करेंगे।
असम के सीएम सरमा ने उत्तराखंड में चुनाव प्रचार के दौरान भी विवादित बयान दिया था। सरमा ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगने के जवाब में कहा था - कांग्रेस नेता राहुल गांधी से अपने पिता राजीव गांधी के बारे में कभी सबूत नहीं मांगे, हमने कभी पूछा। केस दर्जइस बीच, तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष और एमपी रेवंत रेड्डी ने गांधी परिवार पर सरमा की हालिया टिप्पणी के खिलाफ हैदराबाद में आईपीसी की धारा 504 और 505 (2) के तहत केस दर्ज कराया है।