ममता सरकार के मंत्री अखिल गिरी के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर टिप्पणी किए जाने को बीजेपी ने मुद्दा बना लिया है।
क्या कहा अखिल गिरी ने?
अखिल गिरी ने नंदीग्राम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा था, “हम किसी को उसके रंग-रूप से नहीं आंकते। हम भारत के राष्ट्रपति के दफ्तर का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं।”
गिरी के द्वारा राष्ट्रपति को लेकर की गई टिप्पणी पर बीजेपी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में जोरदार प्रदर्शन किया है। बंगाल में बीजेपी के सांसद सौमित्र खान ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखा है और अखिल गिरी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस ने मंत्री के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताया है। टीएमसी ने कहा है कि उसे देश की राष्ट्रपति पर गर्व है।
'राष्ट्रपति के लिए है आदर'
बयान पर विवाद होने के बाद अखिल गिरी ने एक न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि वह राष्ट्रपति का अपमान नहीं करना चाहते थे। अखिल गिरी ने कहा कि उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है और वह भारत के संविधान और देश की राष्ट्रपति का आदर करते हैं। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी के द्वारा उनके रंग-रूप को लेकर लगातार की जा रही टिप्पणियों के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह अपने बयान के लिए माफी मांगते हैं। अगर कोई ऐसा सोचता है कि उन्होंने राष्ट्रपति का अपमान किया है तो यह पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रपति के लिए उनके मन में गहरा आदर है।
केंद्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने ट्वीट कर कहा कि ममता बनर्जी को ऐसे मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए और इस तरह के बयानों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
जोरदार प्रदर्शन
बीजेपी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल में राज्यव्यापी प्रदर्शन किया और अखिल गिरी के इस्तीफे की मांग की। पार्टी नेताओं ने ममता बनर्जी और टीएमसी को आदिवासी विरोधी बताया।
इस मामले में पश्चिम बंगाल बीजेपी के सांसद सौमित्र खान ने राष्ट्रीय महिला आयोग से मांग की है कि वह अखिल गिरी को तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार करे और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करते हुए उन्हें विधायक के पद से हटाया जाए। बीजेपी ने अखिल गिरी के खिलाफ नंदीग्राम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
अधीर की टिप्पणी पर हुआ था विवाद
बताना होगा कि इस साल जुलाई में कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी के द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए की गई राष्ट्रपत्नी वाली टिप्पणी को लेकर भी खासा बवाल हुआ था। बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया था और उसके बाद अधीर रंजन चौधरी ने इसके लिए माफी मांगी थी। इसे लेकर संसद के दोनों सदनों में भी जबरदस्त शोरगुल हुआ था और दोनों सदनों को स्थगित करना पड़ा था।
अधीर रंजन चौधरी ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपत्नी शब्द का प्रयोग किया था। हालांकि विवाद होने के बाद उन्होंने कहा था कि यह शब्द उनसे गलती से निकल गया था। अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के संसदीय दल के नेता हैं।