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बंगाल में टीएमसी नेता की हत्या के बाद तनाव, हिंसा

बंगाल में टीएमसी नेता की हत्या के बाद तनाव, हिंसा

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी के एक नेता की गोली मारकर हत्या के बाद हिंसा हो गई। जानिए, हत्या के लिए किसपर आरोप लगा और क्या कार्रवाई हुई। 

ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल में टीएमसी के ही एक नेता की हत्या हो गई। इसके बाद वहाँ पर हिंसा हो गई। हत्या के संदेह में एक शख्स की लिंचिंग यानी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। बाद में कई घरों में आगजनी और तोड़फोड़ की भी ख़बरें हैं। 

यह घटना पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में हुई। तृणमूल नेता सैफुद्दीन लस्कर की सोमवार सुबह जॉयनगर में उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। लस्कर जॉयनगर के बामुंगाची क्षेत्र में तृणमूल इकाई के प्रमुख थे और उनकी पत्नी पंचायत प्रधान हैं।

इस हत्या के तुरंत बाद लस्कर के समर्थकों ने एक व्यक्ति को पकड़ लिया। उस पर उन्हें उनकी हत्या में शामिल होने का संदेह था और उसे पीट-पीट कर मार डाला। सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों ने इलाके के कई घरों में आग भी लगा दी। 

हत्या के बाद हुई हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में कई घर जले हुए दिखते हैं। घरों में तोड़फोड़ की गई भी लगती है। सोशल मीडिया पर कहा गया है कि जिन घरों को निशाना बनाया गया है वे घर सीपीएम कार्यकर्ताओं या फिर समर्थकों के हैं। 

तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या और प्रतिशोध में भीड़ द्वारा की गई हत्या से तनाव फैल गया है। सत्तारूढ़ तृणमूल और विपक्षी सीपीएम के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। स्थानीय तृणमूल नेताओं ने आरोप लगाया है कि सैफुद्दीन लस्कर की हत्या के पीछे सीपीएम समर्थकों का हाथ है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार सीपीएम नेता सुजन चक्रवर्ती ने आरोप को खारिज कर दिया है और कहा है कि हत्या तृणमूल के भीतर आंतरिक कलह का परिणाम है और सीपीएम को दोष देने का कोई फायदा नहीं है। चक्रवर्ती ने कहा कि पुलिस को ठीक से जांच करनी चाहिए और साजिश का पर्दाफाश करना चाहिए।

रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा है कि तृणमूल नेता की हत्या के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और मामला दर्ज कर लिया गया है।

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