जानें, विजिटर पास जारी करने वाले बीजेपी सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष से क्या कहा
एक रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाक़ात की और संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों को लेकर सफाई दी है। रिपोर्ट के अनुसार सांसद ने कहा है कि पास जारी करने के बाद भी उनका कार्यालय उन लोगों के संपर्क में था।
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने ओम बिड़ला को बताया कि आरोपी मनोरंजन डी के पिता उनके निर्वाचन क्षेत्र मैसूर में रहते हैं और उन्होंने नए संसद भवन का दौरा करने के लिए पास का अनुरोध किया था। बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि वह लगातार अपने निजी सहायक और उनके कार्यालय के संपर्क में थे ताकि सागर शर्मा संसद का दौरा कर सके। रिपोर्ट के अनुसार सिम्हा ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि उन्होंने जो जानकारी साझा की है उसके अलावा उनके पास कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं है।
रिपोर्ट के अनुसार संसद में सागर शर्मा के साथ मनोरंजन डी भी घुसा था। संसद में बुधवार को तब अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब ये दोनों लोग सुरक्षा को भेदते हुए लोकसभा में घुस गए और आँसू गैस जैसी कोई चीज छोड़ी। इससे धुआँ निकल रहा था। टेलीविज़न फ़ुटेज में वे एक डेस्क से दूसरे डेस्क पर कूदते हुए और सदन की वेल की ओर जाते हुए दिखे थे। दोनों को आख़िरकार पकड़ लिया गया। उनके पास से विजिटर पास बरामद हुआ जिसको बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के कार्यालय द्वारा जारी किया गया था।
बाद में पता चला कि संसद परिसर में दो लोग और पकड़े गए हैं। इसमें एक महिला और एक पुरुष प्रदर्शनकारी थे। संसद के बाहर धुएं का गुबार खोलने वाले नीलम आजाद और अमोल शिंदे थे।
मनोरंजन डी कर्नाटक के मैसूर से, सागर शर्मा यूपी के लखनऊ से, अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर से और नीलम आज़ाद हरियाणा के जिंद की हैं। फरार आरोपी ललित झा बिहार का बताया जा रहा है। फिर एक और आरोपी विशाल शर्मा उर्फ वक्की की गुरुग्राम से गिरफ़्तारी हुई। ललित झा नाम का एक आरोपी फरार है और वह बिहार का बताया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग समय पर वे राजधानी में पहुंचे थे।
यह पता चलने के बाद कि सागर शर्मा ने प्रताप सिम्हा के नाम से जारी विजिटर पास का उपयोग करके लोकसभा में प्रवेश किया, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मैसूर में उनके कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष किया और अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर उनकी और प्रताप सिम्हा की तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा, 'बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के पास पर संसद में घुसपैठ'।
विजिटर की जाँच कैसे?
बता दें कि जो भी व्यक्ति संसद का दौरा करना चाहता है वह सबसे पहले अपने निर्वाचन क्षेत्र के सांसद के नाम पर अनुरोध करता है। जिन सांसदों के नाम पर पास जारी किए जाते हैं, वे विजिटर की पहुंच के लिए सुरक्षा जांच करते हैं और ऐसे विजिटर द्वारा पेश किए गए पहचान पत्रों की जाँच करते हैं। इसके बाद विजिटर को संसद के प्रवेश द्वार पर तैनात गार्डों और इलेक्ट्रॉनिक मशीनों द्वारा कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता है।
पास मिलने के बाद लोहे के गेट से संसद क्षेत्र में प्रवेश होता है। सुरक्षा शस्त्रागार में डोर-फ्रेम मेटल डिटेक्टर से गुजरना होता है। सुरक्षा जांच के दूसरे स्तर में कर्मचारी यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी विजिटर को वैध प्रवेश परमिट के आधार पर ही प्रवेश की अनुमति है। कर्मचारी यह भी सुनिश्चित करते हैं कि विजिटर के सभी बैग/ब्रीफकेस की बैगेज स्कैनर द्वारा जांच की जाए। दर्शक दीर्घा में प्रवेश से पहले एक और सुरक्षा जांच की जाती है। पब्लिक गैलरी चेकिंग पोस्ट पर तैनात सुरक्षा कर्मचारी यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी विजिटर की डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर/हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर के माध्यम से तलाशी ली जाए। यहाँ पर कर्मचारी विजिटर के कार्ड की भी सावधानीपूर्वक जांच करते हैं और उन्हें दी गई मंजूरी वाली सूची से मिलान करते हैं।
पब्लिक गैलरी में प्रवेश करते ही सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा विजिटर के पास की फिर से जाँच की जाती है। इसके बाद भी विजिटर पर कड़ी निगरानी रखी जाती है।