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विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराया जाना बड़ी साजिश: विजेंदर सिंह 

विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराया जाना बड़ी साजिश: विजेंदर सिंह 

विनेश फोगाट का वजन स्वीकार्य वजन सीमा से क़रीब 100 ग्राम अधिक पाया गया। इस वजह से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। जानिए, विजेंदर सिंह ने क्या कहा।

पेरिस ओलंपिक से विनेश फोगाट के अयोग्य ठहराए जाने पर विजेंदर सिंह ने साज़िश की आशंका जताई है। 2008 बीजिंग ओलंपिक के पदक विजेता विजेंदर सिंह ने इस स्थिति को भारत के खिलाफ एक बड़ी साजिश क़रार दिया है। इंडिया टुडे से बातचीत में विजेंदर ने उस फैसले की आलोचना की, जिसने फोगाट को संयुक्त राज्य अमेरिका की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ स्वर्ण पदक मुकाबले में प्रतिस्पर्धा करने से रोक दिया। 

फोगाट का वजन स्वीकार्य वजन सीमा से क़रीब 100 ग्राम अधिक पाया गया। इस वजह से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। अयोग्यता का मतलब है कि विनेश खाली हाथ लौटेंगी। उन्होंने पहले पेरिस में क्यूबा की युसनेलिस गुज़मैन को सेमीफाइनल में हराकर भारत के लिए चौथा पदक पक्का किया था। फोगाट ने 6 अगस्त को जापान की यूई सुसाकी के 82 मैचों के अपराजित क्रम को ख़त्म करके एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की थी, लेकिन उनका ओलंपिक अभियान अचानक ख़त्म हो गया।

विजेंदर ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि अयोग्य ठहराना भारतीय पहलवानों को कमतर आंकने की एक व्यापक योजना का हिस्सा था। इंडिया टुडे से उन्होंने कहा, 'जिस तरह से उन्होंने प्रदर्शन किया है, वह सराहनीय है। हो सकता है कि कुछ लोग खुशी को पचा न पाएं। हम एक रात में पांच से छह किलोग्राम वजन कम कर सकते हैं, तो 100 ग्राम में क्या समस्या है? मुझे लगता है कि किसी को कुछ समस्या थी, और इसलिए अयोग्य ठहराने का कदम उठाया गया। उन्हें 100 ग्राम वजन कम करने का मौक़ा दिया जाना चाहिए था।'

उन्होंने कहा, 'हमें कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की ज़रूरत नहीं होती है; रिकवरी पहली प्राथमिकता है। यह जानते हुए कि हमें अगले दिन मुकाबला करना है, वजन नियंत्रण सर्वोच्च प्राथमिकता बन जाता है। हम रिकवरी के लिए अपने फिजियो पर निर्भर हैं और भूख को नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन हमारा ध्यान भोजन के सेवन से अधिक रिकवरी पर होता है।' 

विनेश के अयोग्य होने के साथ, साक्षी मलिक कुश्ती में भारत की एकमात्र ओलंपिक पदक विजेता बनी हुई हैं। 

भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित होने पर उनके चाचा महावीर फोगट ने एएनआई से कहा, 'मेरे पास कहने को कुछ नहीं है। पूरे देश को गोल्ड की उम्मीद थी। नियम तो हैं लेकिन अगर कोई पहलवान 50-100 ग्राम ज़्यादा वज़न का है तो उसे खेलने की अनुमति दी जाती है। मैं देश के लोगों से कहूंगा कि निराश न हों, एक दिन वो ज़रूर मेडल लाएगी। मैं उसे अगले ओलंपिक के लिए तैयार करूंगा।'

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'यह एक बेहद दुखद ख़बर है कि देश की बेटी को कोई अखाड़े के मैदान में नहीं हरा पाया लेकिन साजिश के अखाड़े में हरा दिया गया है। देश का एक मेडल आज राजनीति का शिकार हो गया यह देश इस दिन को कभी नहीं भूल सकता।'

पप्पू यादव ने भी षड्यंत्र की आशंका जताई है। उन्होंने कहा है कि विनेश फोगाट फिर से अन्याय का शिकार हुई हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'विनेश फोगाट फिर अन्याय का शिकार हुई। भारतीय ओलंपिक संघ, भारत सरकार, आईओसी की सदस्य नीता अंबानी क्या कर रही हैं। कहीं षड्यंत्र देश से ही तो नहीं रचा गया? विनेश की सफलता से शर्मसार हुक्मरानों ने साज़िश तो नहीं किया? अगर ऐसा है तो इन तत्वों को और बड़ी शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी! सैल्यूट विनेश।'

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