LIVE लोकसभा चुनाव 2024: अमेठी में कांग्रेस कार्यालय के बाहर खड़े वाहनों में तोड़फोड़, देर रात हुआ हमला 

04:51 pm May 06, 2024 | सत्य ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस के कार्यालय के बाहर खड़े वाहनों पर रविवार की देर रात हमला हुआ है। इस हमले में वाहनों में तोड़फोड़ की गई है। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है। 

अमेठी के गौरीचक थाना क्षेत्र में स्थित कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय के बाहर हुई तोड़फोड़ की इस घटना के बाद का पार्टी कार्यकर्ताओं ने बताया है कि हमलावर शराब के नशे में थे। इस पूरे मामले की पुलिस में शिकायत की गई है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं का दावा है कि घटना के समय वे कार्यालय के अंदर मौजूद थे। जब तोड़फोड़ की आवाज सुनी तो उन्होंने अराजकतत्वों को खदेड़ा। 

कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इस घटने के पीछे भाजपा का हाथ होने का आरोप लगा रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इस घटना के बाद अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली है। 

अमेठी में कांग्रेस कार्यालय पर हमले के बाद कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि यूपी के अमेठी में स्मृति ईरानी और बीजेपी के कार्यकर्ता बुरी तरह डरे हुए हैं।

सामने दिख रही हार से बौखलाए बीजेपी के गुंडे लाठी-डंडों से लैस होकर अमेठी में कांग्रेस कार्यालय के बाहर पहुंचे और वहां खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। 

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और अमेठी के लोगों पर भी जानलेवा हमला किया गया है। इस हमले में कई लोग बुरी तरह घायल हैं। घटना के दौरान स्थानीय लोगों की गाड़ियों को भी नुक़सान पहुंचाया गया। 

कांग्रेस ने एक्स पर लिखी इस पोस्ट में आरोप लगाया है कि इस पूरी घटना के दौरान पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनकर खड़ा रहा। ये घटना गवाह है कि अमेठी में बीजेपी बुरी तरह हारने वाली है।

वहीं कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता  सुप्रिया श्रीनेत ने अपने एक्स अकाउंट से एक पोस्ट कर लिखा है कि अमेठी में कांग्रेस कार्यालय के बाहर खड़ी गाड़ियों की तोड़फोड़ की गई, पुलिस मूकदर्शक बनी रही और भाजपाई गुंडागर्दी करते रहे। हवा का रुख़ बदल गया है, गाड़ियाँ तोड़ने से बात नहीं बनेगी भाजपाईयों!

शिवपाल यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज

बसपा सुप्रीमो मायावती पर अमर्यादित टिप्पणी का आरोप लगा कर बसपा नेता राम प्रकाश त्यागी ने समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करवाई है। बदायूं के सिविल लाइंस थाने में उन्होंने यह एफआईआर दर्ज करवाई है। उनकी शिकायत के आधार पर शिवपाल यादव के खिलाफ दर्ज हुई इस एफआईआर में अपशब्द कहने और द्वेष बढ़ाने की धाराएं पुलिस ने लगाई है। अब पुलिस ने इस मामले में जांच शुरु कर दी है। 

शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव है। अंग्रेजी अखबार द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने सोमवार को कहा कि बसपा प्रमुख मायावती के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक बयान देने के आरोप में समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। 

शिवपाल यादव पर  भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 504 (जानबूझकर अपमान) और 505 (सार्वजनिक उत्पात फैलाने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है। 

शिवपाल यादव के खिलाफ यह एफआईआर ऐसे समय में दर्ज की गई है लोकसभा चुनाव चल रहा है। उनके बेटे आदित्य यादव बदायूं से सपा के उम्मीदवार हैं , इस सीट पर मंगलवार को मतदान होगा।

पुलिस से की गई अपनी शिकायत में बसपा नेता राम प्रकाश त्यागी ने आरोप लगाया है कि 3 मई को उन्होंने एक समाचार क्लिपिंग देखी, इसमें शिवपाल यादव ने मायावती के खिलाफ अशोभनीय और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। उन्होंने इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से भी संज्ञान लेने की मांग की है। 

राहुल ने कहा, हम आरक्षण बढ़ा देंगे 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के खरगौन और रतलाम में चुनावी सभाओं को संबोधित किया है। उन्होंने सोमवार को आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी आपका आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। बीजेपी के नेताओं ने साफ कहा है बीजेपी की सरकार बनते ही वे दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों से आरक्षण छीन लेंगे। 

उन्होंने कहा, जहां भाजपा आरक्षण छीनने की बात कर रही है, वहीं हम आरक्षण से 50 प्रतिशत की लिमिट हटाकर उसे बढ़ा देंगे। 

मीडिया कहता है कि मनरेगा से लोगों की आदत बिगड़ती है, लेकिन जब अरबपतियों का कर्जा माफ होता है तो उसको यह विकास कहते हैं। लेकिन जैसे ही हमारी सरकार आएगी, हम मनरेगा मजदूरों को 400 रुपए दैनिक मजदूरी देंगे। 

राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के लोग चाहते हैं कि आप आगे न बढ़ पाओ और आपके बच्चे इंजीनियर-डॉक्टर न बन पाएं। ये आपका जल-जंगल-जमीन छीनना चाहते हैं। अगर हमें इनको रोकना है तो एक साथ लड़ना होगा। ताकि आपके अधिकारों, संविधान और आरक्षण को बचाया जा सके। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने अरबपतियों को पैसा दिया, उनका कर्ज माफ किया। इसलिए हमने मन बना लिया है कि अगर वे अरबपतियों को पैसा दे सकते हैं तो हम गरीब सामान्य वर्ग, दलितों, आदिवासियों को पैसा दे सकते हैं। नरेंद्र मोदी ने चंद लोगों को अरबपति बनाया है, हम करोड़ों लखपति बनाने जा रहे हैं।

हम हर गरीब परिवार की एक महिला को सालाना 1 लाख रुपए देंगे, किसानों को एमएसपी मिलेगी और उनका कर्ज माफ होगा। मीडिया वाले अंबानी जी के यहां की शादी दिखा देंगे, बॉलीवुड की खबरें चला देंगे लेकिन आदिवासी समाज के साथ हो रहे अत्याचारों की बात नहीं करेंगे। 

क्योंकि मीडिया और देश की 200 बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट में कोई भी दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग का नहीं है।

गहलोत और बघेल सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त 

कांग्रेस ने रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत झोक दी है। इन सीटों के लिए कांग्रेस ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपना सीनियर ऑब्जर्वर बनाया है। 

माना जा रहा है कि ये दोनों इन सीटों पर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीतियां बनाएंगे और क्षेत्र के कार्यकर्ताओं, स्थानीय नेताओं के साथ बैठक कर उनमें जोश और उत्साह पैदा करेंगे। 

कांग्रेस ने रायबरेली सीट से राहुल गांधी और अमेठी सीट से केएल शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। ये दोनों सीटें कांग्रेस का गढ़ रही हैं और गांधी परिवार के सदस्य यहां से जीतते रहे हैं। रायबरेली सीट पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कई बार की सांसद रह चुकी हैं। इस बार वह राजस्थान से राज्यसभा की सदस्य बनी हैं। ऐसे में इस बार कांग्रेस ने राहुल गांधी को यहां अपना उम्मीदवार बनाया है। 

राहुल गांधी पूर्व में अमेठी से सांसद रह चुके हैं लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में वह भाजपा की स्मृति ईरानी से हार चुके हैं। पिछले चुनाव में वह केरल के वायनाड से सांसद चुने गए थे। इन दोनों ही सीटों पर पिछले बार वह लड़े थे जिसमें से वायनाड से जीते थे जबकि अमेठी से हार गए थे। 

इस बार भी राहुल गांधी दो सीट रायबरेली और वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं। वायनाड में 26 अप्रैल को मतदान हो चुका है। रायबरेली से राहुल गांधी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। 

अब कांग्रेस के लिए यह प्रतिष्ठा का विषय बन चुका है कि हर हाल में वह अमेठी और रायबरेली सीट पर जीत दर्ज करे। इन दोनों वरिष्ठ नेताओं को यह जिम्मेदारी देकर कांग्रेस अमेठी और रायबरेली में अपनी जीत की राह आसान बनाना चाहती है।