नोएडा की ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में महिला के साथ अभद्रता के बाद शुरू हुआ विवाद इन दिनों फिर से तेज हो गया है। महिला के साथ अभद्रता करने वाले बीजेपी के पूर्व नेता श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी ने कहा है कि गौतम बुद्ध नगर के बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा से उन्हें खतरा है और उन्हें सुरक्षा की जरूरत है।
लेकिन नोएडा महानगर बीजेपी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने उनके इस आरोप को पूरी तरह दरकिनार कर दिया है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि वह इस मामले में सीबीआई या फिर किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराएं।
याद दिलाना होगा कि अगस्त के महीने में नोएडा के सेक्टर 93बी में स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में श्रीकांत त्यागी द्वारा महिला से अभद्रता करने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रीकांत त्यागी पर 25000 रुपए का इनाम घोषित करने के साथ ही सोसाइटी में बने उनके फ्लैट के बाहर अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया था। त्यागी के खिलाफ गैंगस्टर भी लगा दिया गया था।
लेकिन त्यागी समाज इसके विरोध में उतर आया था और उसने नोएडा के गेझा गांव में एक महापंचायत की थी। श्रीकांत त्यागी इस प्रकरण के बाद से ही जेल में है और अभी तक उसे जमानत नहीं मिल सकी है।
त्यागी समाज के लोगों ने ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी के बाहर अनु त्यागी के समर्थन में धरना दिया है। धरने पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी ने कहा कि उनकी लड़ाई अकेले सिर्फ बीजेपी के सांसद महेश शर्मा से है।
छवि खराब करने की साजिश
नोएडा महानगर बीजेपी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने इस मामले में कहा है कि ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में हुए अतिक्रमण का मामला नोएडा प्राधिकरण देख रहा है। उन्होंने कहा कि न तो बीजेपी और न ही पार्टी के किसी सांसद ने सोसाइटी में किसी तरह के अतिक्रमण की कोई शिकायत की है और नोएडा प्राधिकरण के द्वारा की जा रही कार्रवाई में किसी तरह का कोई दखल भी नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सांसद की छवि को धूमिल करने की साजिश की जा रही है।
नोएडा प्राधिकरण सख्त
ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में हुए अतिक्रमण के मामले में नोएडा प्राधिकरण भी सक्रिय हो गया है। प्राधिकरण ने ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी में रहने वालों ने जहां कहीं पर भी अवैध निर्माण किया है उसके खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
नोएडा प्राधिकरण की सर्वे टीम अवैध निर्माण को चिन्हित करने के बाद इन्हें बुलडोजर के द्वारा ध्वस्त करने की तैयारी कर रही है। प्राधिकरण की ओर से निर्देश भी दिए गए थे कि जिन लोगों ने अपने फ्लैट के बाहर अवैध निर्माण किया है, वह इसे हटा लें।
त्यागी समाज बीजेपी से नाराज
इस मामले में सोशल मीडिया पर भी त्यागी समाज बीजेपी के खिलाफ लगातार नाराजगी जाहिर कर रहा है। त्यागी समाज का कहना है कि श्रीकांत त्यागी ने जिस तरह की अभद्रता की थी उससे ज्यादा सजा उन्हें और उनके परिवार को दी जा चुकी है।
त्यागी समाज के लोगों का कहना है कि श्रीकांत त्यागी के फ्लैट के बाहर लगे पेड़ों को तब तक नहीं हटाया जाना चाहिए जब तक पूरी सोसाइटी का अतिक्रमण नहीं हटा लिया जाता। उनका कहना है कि पेड़ों को लगाकर किसी तरह का अपराध नहीं किया गया है। बताना होगा कि यह पूरा विवाद पेड़ों को लगाने को लेकर ही शुरू हुआ था। पेड़ों को लगाने का विरोध करने वाली महिला के साथ श्रीकांत त्यागी ने अभद्रता की थी।
बीजेपी के लिए मुसीबत
त्यागी समाज के कई गांवों में ‘बीजेपी नेताओं का आना मना है’ जैसे पोस्टर लगा दिए गए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कई विधानसभाओं में त्यागी समाज की अच्छी-खासी उपस्थिति है। गाजियाबाद से लेकर मुरादनगर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, हरिद्वार तक त्यागी समाज के लोग खेती-किसानी और सियासत में जाने पहचाने चेहरे हैं।
त्यागी समाज को बीजेपी का बड़ा समर्थक माना जाता है। ऐसे में बीजेपी को डर इस बात का है कि त्यागी समाज ने जिस तरह स्थानीय बीजेपी सांसद डॉ. महेश शर्मा और पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, वह कहीं उसके लिए भारी न पड़ जाए।