पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चुनाव में मेरठ की सरधना सीट से बीजेपी के उम्मीदवार संगीत सोम अपनी पार्टी के चुनाव निशान वाली टोपी पहनकर पोलिंग बूथ के बाहर दिखाई दिए। यह निश्चित रूप से चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
चुनाव आचार संहिता के मुताबिक पोलिंग बूथ के 200 मीटर के दायरे में किसी तरह का चुनाव प्रचार नहीं होना चाहिए। लेकिन संगीत सोम ने कमल निशान वाली टोपी पहनकर ऐसा किया है।
मोदी भी फंसे थे
2014 के लोकसभा चुनाव में वोट डालने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की जैकेट पर कमल का चुनाव निशान था। इसे लेकर तब विवाद भी हुआ था। इसी तरह 2020 में बिहार के विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के प्रत्याशी प्रेम कुमार कमल चुनाव चिन्ह वाला मास्क पहनकर वोट डालने के लिए पहुंचे थे।
तब प्रेम कुमार के खिलाफ चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया था।
संगीत सोम कमल निशान वाली टोपी पहनकर पोलिंग बूथ के बाहर पत्रकारों से बात करते रहे और निश्चिंत होकर घूमते रहे। क्या उन्होंने मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए जानबूझकर ऐसा किया है या फिर अनजाने में ऐसा हुआ है। देखना होगा कि चुनाव आयोग आचार संहिता के उल्लंघन पर संगीत सोम के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है या नहीं।