प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को चुनावी राज्यों उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीजेपी के सांसदों के साथ नाश्ते पर बैठक की। मोदी ने उन्हें चुनाव जीतने के टिप्स दिए। इन दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है और दोनों ही जगहों पर उसे जोरदार टक्कर मिल रही है।
उत्तर प्रदेश में जहां अखिलेश यादव लगातार छोटे दलों के साथ गठबंधन कर ख़ुद को मजबूत करते जा रहे हैं, वहीं केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफ़े का मुद्दा भी सरकार और संगठन के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।
बीजेपी के लिए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव बेहद अहम हैं। किसानों की मांगों के आगे झुकी सरकार को अगर 2024 में सत्ता में वापसी करनी है तो उत्तर प्रदेश में कम से कम फिर से जीत हासिल करनी ही होगी।
मोदी ने बीते दिनों जिस अंदाज में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण किया है और बीजेपी नेताओं ने मथुरा को लेकर विवादित बयान दिए हैं, उससे साफ है कि पार्टी हिंदू मतदाताओं के बड़े हिस्से को अपने पाले में लाना चाहती है।
उत्तराखंड में पार्टी ने लगातार प्रयोग करते हुए तीन मुख्यमंत्री बदले हैं। कांग्रेस इसे राज्य में चुनावी मुद्दा बना रही है। बड़े नेता यशपाल आर्य के पार्टी छोड़कर जाने के कारण भी बीजेपी को यहां झटका लगा है।
चुनाव की घोषणा में अब कुछ ही दिन बचे हैं और बीजेपी ने प्रचार में पूरी ताक़त झोंक दी है। उसे दोनों ही राज्यों में कड़ी चुनौती भी मिल रही है।