इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर स्थित ठिकाने से 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की बरामदगी की पुष्टि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और उत्पाद शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के चेयरमैन विवेक जौहरी ने की है।
उन्होंने कहा कि सीबीआईसी के इतिहास में कैश की इतनी बड़ी बरामदगी कभी नहीं हुई।
जौहरी ने कहा कि कैश इतना ज्यादा था कि कई घंटे से पैसे मशीन के जरिए गिने जा रहे हैं। बताया जाता है कि गिनती के लिए दस मशीनें लगाई गई हैं।
चेयरमैन विवेक जौहरी ने कहा कि जांच में पता चला कि पीयूष जैन की कंपनी त्रिमूर्ति फ्रेग्रेन्स बिना इनवॉयस या टैक्स पेमेंट काम कर रही थी।
सपा से संबंध
कारोबारी पीयूष जैन के संबंध समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से बताए जाते हैं। पीयूष जैन की कंपनी ने ही पिछले महीने समाजवादी परफ्यूम जारी किया था, जिसकी लॉन्चिंग अखिलेश के हाथों कराई गई थी।
हालांकि अखिलेश ने इस छापे पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। जबकि इससे पहले जब पार्टी प्रवक्ता राजीव राय और पार्टी समर्थक रीयल एस्टेट में काम करने वालों पर छापे पड़े थे तो अखिलेश की प्रतिक्रिया फौरन आ गई थी।
हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि पीयूष जैन के रिश्तेदार पार्टी के एमएलसी हैं, लेकिन पार्टी का पीयूष जैन से कोई सीधा संबंध नहीं है।
सूत्रों ने कहा कि बीजेपी ने अफवाह फैलाने के लिए पीयूष जैन का संबंध अखिलेश और समाजवादी पार्टी से जोड़ दिया है।
संबित पात्रा सहित तमाम नेताओं ने अखिलेश यादव पर सियासी हमला बोला है। संबित पात्रा ने ट्वीट कर सपा पर तीखा हमला बोलते हुए लिखा, "समाजवादियों का नारा है , जनता का पैसा हमारा है!