प्रयागराज में आज सोमवार को पुलिस एनकाउंटर में अरबाज नामक शख्स मारा गया। पुलिस का कहना है कि वो उमेश पाल की हत्या में शामिल आरोपियों को तलाश रही थी, उसी दौरान यह एनकाउंटर हुआ। अतीक अहमद के वकील ने अतीक के दोनों बेटों की जान को खतरा बताया है। दोनों पुलिस हिरासत में हैं। दो दिन पहले विधानसभा में जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य में कानून व्यवस्था खराब होने का आरोप लगाया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अपराधियों को मिट्टी में मिला देंगे। अरबाज का एनकाउंटर राजनीतिक रंग ले सकता है। पिछले साल कानपुर के विकास दूबे का एनकाउंटर पर काफी विवाद हुआ था।
हाल ही में इलाहाबाद में उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड में उमेश मुख्य गवाह था और उसकी गवाही मामले के लिए महत्वपूर्ण थी। उमेश की हत्या का आरोप जेल में बंद अतीक अहमद, उनकी पत्नी, बेटों और 15 अन्य लोगों पर है।
सोमवार को एनकाउंटर धूमनगंज इलाके के नेहरू पार्क में उस समय हुआ जब पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही थी। पुलिस का दावा है कि वो सूचना के आधार पर पुलिस नेहरू पार्क पहुंची थी।
खबरों के मुताबिक, एनकाउंटर में मारे गए अरबाज समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबी थे। पुलिस ने कहा कि उमेश पाल की हत्या के वक्त कार अरबाज चला रहा था। इसलिए उसकी हमें तलाश थी।
हाल ही में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उमेश की हत्या की सीबीआई जांच की मांग की थी। पत्र में, परवीन ने दावा किया कि उनका और उनके परिवार का हत्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। एक उच्चस्तरीय जांच से सभी शक दूर हो जाएंगे। परवीन ने पत्र को मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी अपलोड किया है। हाल ही में शाइस्ता बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुई हैं।
हत्या के मामले में अतीक अहमद, उनके भाई अशरफ, उनके दो बेटों और पत्नी शाइस्ता परवीन को आरोपी बनाया गया है।
इस बीच, अतीक के वकील खान सौलत हनीफ ने दावा किया है कि पूर्व सांसद के दो बेटों की जान को खतरा है। इस चिंता को परवीन ने अपने पत्र में भी उजागर किया है। अतीक के दोनों बेटों को पुलिस हिरासत में रखा गया है। हनीफ ने आरोप लगाया कि पुलिस जेल में बंद अतीक और उसके भाई अशरफ को मारने की साजिश कर रही है। शाइस्ता ने कहा है कि वह अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी।
दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक पूजा पाल, जिनके पति राजू पाल की कथित तौर पर 2005 में अतीक अहमद के भाई अशरफ ने हत्या कर दी थी, ने योगी को पत्र लिखकर अपने लिए सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। पूजा पाल ने उमेश पाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें अब अपनी जान का खतरा है।