इज़राइल को ग़ज़ा पर हमले में देरी करने की सलाह क्यों दे रहा है अमेरिका?
इज़राइल अब तक ग़ज़ा में जमीनी हमला क्यों नहीं कर पाया है? क्या इसके पीछे अमेरिका वजह है? कम से कम न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट से तो कुछ ऐसे ही संकेत मिलते हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया है कि व्हाइट हाउस चाहता है कि इज़राइल ग़ज़ा में जमीनी ऑपरेशन शुरू करने में थोड़ी देरी करे। यानी वह इज़राइल से कह रहा है कि इंतज़ार करे। तो सवाल है कि यह इंतज़ार क्यों?
इसके पीछे कई वजहें हैं। एक, बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने के लिए वार्ता के लिए। दूसरी, गज़ा में सहायता पहुँचने के लिए। और तीसरी, अमेरिका क्षेत्र में अपने ठिकानों को सुरक्षित करने के लिए तैयार होना चाहता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाइडेन प्रशासन ईरान-आधारित समूहों द्वारा क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों पर किसी भी संभावित हमले के लिए तैयारी बढ़ाना चाहता है। इसके बारे में उनका मानना है कि युद्ध बढ़ने की आशंका है।
दो अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स अख़बार को बताया कि यह संदेश अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड जे. ऑस्टिन के माध्यम से इज़राइल को दिया गया है। वह लगभग हर दिन इज़राइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट से बात करते हैं। हालाँकि गैलेंट के प्रवक्ता ने अख़बार को रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की।
हालाँकि, हमले में देरी को लेकर ख़तरे भी बताए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी अधिकारी चिंतित हैं कि जमीनी आक्रमण में लगातार देरी का फायदा ईरान और उसके सहयोगियों द्वारा उठाया जा सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका इजराइल से जमीनी आक्रमण में देरी की मांग नहीं कर रहा है, बल्कि उसे इंतजार करने की सलाह दे रहा है। वाशिंगटन अभी भी 7 अक्टूबर के घातक हमले के मद्देनजर हमास आतंकवादी समूह को ख़त्म करने के इजराइल के मंसूबे का पूरा समर्थन करता है।
रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों ने कहा है कि हमास द्वारा शुक्रवार को दो अमेरिकी महिलाओं को रिहा करने के बाद से तेजी से घटनाक्रम बदल रहे हैं। इससे प्रशासन यह मानकर चलता है कि इजराइली 212 अन्य बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत करने के लिए समय दें।
व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन ने ताज़ा घटनाक्रमों पर चर्चा करने के लिए रविवार दोपहर को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया। बाइडेन ने कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और ब्रिटेन के नेताओं से भी बात की।
व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि बाइडेन और नेतन्याहू इस बात पर सहमत हुए कि ग़ज़ा में मानवीय सहायता के पहले दो काफिलों के जाने के बाद अब वह महत्वपूर्ण सहायता जारी रहेगी।
'इज़राइल को खुद की रक्षा का अधिकार'
अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूनाइटेड किंगडम के नेताओं ने एक साझा बयान जारी कर इजराइल के बचाव के अधिकार के लिए अपने समर्थन को दोहराया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के बयान में कहा गया है, 'नेताओं ने इज़राइल और आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा करने के अधिकार के लिए अपना समर्थन दोहराया और नागरिकों की सुरक्षा सहित अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने का आह्वान किया।'
इन नेताओं ने दो बंधकों की रिहाई का स्वागत किया और शेष सभी बंधकों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया। उन्होंने क्षेत्र में अपने नागरिकों, विशेष रूप से ग़ज़ा छोड़ने के इच्छुक लोगों का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई। बयान में कहा गया है कि नेताओं ने संघर्ष को फैलने से रोकने, मध्य पूर्व में स्थिरता बनाए रखने और राजनीतिक समाधान और टिकाऊ शांति की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई है।