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प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा

प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर लोकसभा में विपक्ष का हंगामा

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने को लेकर विपक्षी दलों के सांसदों ने जोरदार हंगामा किया है। 

मालेगांव बम धमाकों की आरोपी और बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने को लेकर विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद में जोरदार हंगामा किया है। कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कहा कि यह क्या हो रहा है और क्या सदन इस पर चुप रहेगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी के हत्यारे को देशभक्त कहा गया है। एआईएमआईम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद परिसर के बाहर कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है जब प्रज्ञा ठाकुर ने ऐसा बयान दिया है और यह दिखाता है कि वह गाँधी की दुश्मन और उनके हत्यारों की समर्थक हैं। 

विपक्षी सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने की बात तो दूर, अगर किसी की सोच भी ऐसी है तो बीजेपी इसकी कड़ी निंदा करती है।’ सिंह ने कहा कि महात्मा गाँधी हमारे मार्गदर्शक हैं और उनकी विचारधारा हमेशा प्रासंगिक रहेगी। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि प्रज्ञा के बयान को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। 

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर ट्वीट कर कहा, ‘आतंकवादी प्रज्ञा ने आतंकवादी गोडसे को देशभक्त बताया’, भारत की संसद के इतिहास में यह एक दुखद दिन है।’ 

इससे पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा था, ‘देश की संसद में बीजेपी की एक सांसद ने गोडसे को देशभक्त बोल दिया। अब प्रधानमंत्री जी (जिन्होंने महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई है) से अनुरोध है कि दिल से बता दें कि गोडसे के बारे में उनके क्या विचार हैं? महात्मा गाँधी अमर हैं।’

बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा की है। नड्डा ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि पार्टी ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की समिति से हटाने का फ़ैसला किया है। इसके साथ ही प्रज्ञा ठाकुर के संसदीय बोर्ड की बैठकों में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है। नड्डा ने कहा कि पार्टी ऐसे बयानों और विचारधारा का समर्थन नहीं करती। 

बीजेपी पर था कार्रवाई करने का दबाव

संसद में प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बापू के हत्यारे गोडसे को देशभक्त कहने के बाद से ही बीजेपी पर कार्रवाई करने का दबाव था। क्योंकि पिछली बार जब उन्होंने गोडसे को देशभक्त कहा था तो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्रवाई करने की बात कही थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई उल्टा उन्हें संसद की रक्षा समिति में जगह दे दी गई थी। लेकिन इस बार बीजेपी को भोपाल की सांसद के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी ही पड़ी। 

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