वाराणसी में मोदी का मेगा रोड शो आज, अखिलेश-प्रियंका भी दिखाएंगे दम
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अब अंतिम चरण का मतदान बाकी है। इसके लिए भी चुनाव प्रचार में सिर्फ 2 दिन बचे हैं। इस चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी और इसके आसपास के जिलों में मतदान होना है।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी का मेगा मगर रोड शो होगा तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए जाएंगी और पिंडरा की फूलपुर मार्केट में चुनावी जनसभा को भी संबोधित करेंगी।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मऊ, गाजीपुर, चंदौली और वाराणसी में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इस दौरान अखिलेश यादव घोसी, जहूराबाद, गाजीपुर, जंगीपुर, जमानियां और मुगलसराय विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो दिन में 2 बजे मलदहिया चौराहे से शुरू होगा और यह काशी विश्वनाथ धाम पर जाकर समाप्त होगा। इससे पहले प्रधानमंत्री मिर्जापुर में एक चुनावी जनसभा को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री 3 दिन तक वाराणसी में ही हैं और इससे समझा जा सकता है कि बीजेपी इस चरण के लिए कितनी गंभीर है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गाजीपुर में चुनावी जनसभा करेंगे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चंदौली, मिर्जापुर और जौनपुर में चुनाव प्रचार करेंगे। सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव भी जौनपुर में चुनाव प्रचार करेंगे। जौनपुर की मल्हनी सीट पर सपा प्रत्याशी लकी यादव के लिए वह जनसभा को संबोधित करेंगे। लकी यादव मुलायम सिंह के करीबी पारसनाथ यादव के बेटे हैं।
इस चरण में 54 सीटों पर मतदान होना है। जिन जिलों में मतदान होगा उनमें- आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र शामिल हैं।
सहयोगी दलों का साथ
इस चरण में बीजेपी के सहयोगी दल अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी भी कई सीटों पर चुनाव मैदान में है जबकि सपा की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भी चुनाव लड़ रही है। 2017 के विधानसभा चुनाव में वाराणसी की 8 सीटों में से बीजेपी को 6 सीटों पर जीत मिली थी जबकि एक सीट पर अपना दल (सोनेलाल) और दूसरी सीट पर सुभसपा को जीत मिली थी। उस वक्त सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर बीजेपी के साथ थे लेकिन इस बार वह सपा के साथ हैं।
वाराणसी में वैश्य समुदाय की आबादी सबसे ज्यादा है। इसके बाद ब्राह्मण, ओबीसी मतदाताओं में कुर्मी, यादव और दलित मतदाता भी बड़ी संख्या में हैं।