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यूपी चुनाव: तीसरे चरण में करहल सहित कई सीटों पर है जोरदार लड़ाई

यूपी चुनाव: तीसरे चरण में करहल सहित कई सीटों पर है जोरदार लड़ाई

अखिलेश यादव मैनपुरी जिले की करहल सीट से चुनाव मैदान में हैं और उनके सामने बीजेपी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल हैं। तीसरे चरण की कई सीटों पर यादव मतदाता प्रभावी हैं। 

उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर वोट डाले जाने हैं। इस चरण में भी बीजेपी और सपा के बीच में जोरदार मुकाबला है। इस चरण में 16 जिलों- हाथरस, फिरोजाबाद, कन्नौज, इटावा, औरिया, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कासगंज, एटा, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा जिलों में मतदान होगा। 

आइए, जानते हैं कि इस चरण में किन सीटों पर बड़े चुनावी चेहरे ताल ठोक रहे हैं।

अखिलेश यादव मैनपुरी जिले की करहल सीट से चुनाव मैदान में हैं और उनके सामने बीजेपी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल हैं। योगी सरकार के मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री मैनपुरी की भोगांव विधानसभा सीट से, सतीश महाना महाराजपुर से, रामवीर उपाध्याय सादाबाद से, पूर्व आईपीएस अफ़सर असीम अरुण कन्नौज और शिवपाल यादव जसवंतनगर से चुनाव मैदान में हैं। 

इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद सदर सीट से, योगी सरकार में राज्य मंत्री नीलिमा कटियार कल्याणपुर सीट से चुनाव मैदान में हैं।

यादव मतदाता हैं असरदार 

तीसरे चरण के चुनाव प्रचार में बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने भी चुनाव प्रचार किया। इस इलाके में यादव मतदाता कई सीटों पर प्रभावी हैं और वे जिसके पक्ष में झुकेंगे, उसे ही कामयाबी हासिल होगी।

 - Satya Hindi

हॉट सीट है करहल 

अखिलेश यादव के यहां से चुनाव लड़ने के कारण करहल हॉट सीट बन गई है। यह मैनपुरी जिले में पड़ती है। मैनपुरी का इलाका समाजवादी पार्टी का गढ़ है और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव वर्तमान में यहां से सांसद हैं। करहल की सीट पर साढ़े तीन लाख मतदाता हैं। इनमें से सवा लाख यादव वोटर हैं, शाक्य 35 हजार, राजपूत 30 हजार, ब्राह्मण 16 हजार और 22 हजार मतदाता दलित हैं। 

बीजेपी को मिली थी बड़ी जीत 

2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को इन 59 सीटों में से 49 सीटों पर जीत मिली थी जबकि 9 सीटें समाजवादी पार्टी और एक सीट कांग्रेस की झोली में गई थी। तब समाजवादी पार्टी को अपने गढ़ माने जाने वाले इस इलाके में बड़ा झटका लगा था लेकिन इस बार सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उम्मीद है कि इस इलाके में यादव मतदाता समाजवादी पार्टी का साथ देंगे।

बुंदेलखंड में भी बीजेपी को 2017 के चुनाव में बड़ी कामयाबी मिली थी और उसने इस इलाके की सभी 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। 

देखना होगा कि इस चरण में यादव मतदाता फिर से बीजेपी का साथ देते हैं या फिर सपा को चुनते हैं। 

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