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उन्नाव: रेप पीड़िता का परिवार धरने पर, कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

उन्नाव: रेप पीड़िता का परिवार धरने पर, कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

रायबरेली में सड़क दुर्घटना में घायल उन्नाव बलात्कार कांड की पीड़िता कोमा में चली गयी है। पीड़िता के वकील की हालत भी गंभीर है। 

रायबरेली में सड़क दुर्घटना में घायल उन्नाव बलात्कार कांड की पीड़िता कोमा में चली गयी है। पीड़िता के वकील की हालत भी गंभीर है। दुर्घटना की सीबीआई जाँच की सिफ़ारिश योगी सरकार ने केंद्र को भेज दी है। उधर, इलाज में लापरवाही और प्रशासनिक अक्षमता के विरोध में पीड़िता के बचे हुए परिजन राजधानी लखनऊ में किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय में ट्रामा सेंटर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। संसद का सत्र समाप्त होने पर लखनऊ वापस आते ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार सुबह रेप पीड़िता और अन्य घायलों का हाल जानने ट्रामा सेंटर पहुँचे। उधर, रायबरेली जेल में बंद परिजन महेश सिंह को पैरोल मिलने के बाद ही अंतिम संस्कार करने की बात पर अड़े हुए थे। हाई कोर्ट ने महेश सिंह को 1 दिन की अल्पावधि जमानत दे दी है।

हालत ख़तरे से बाहर नहीं

रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही उन्नाव की रेप पीड़िता को ट्रक से हुए एक्सीडेंट में गंभीर चोटें आयी हैं। पीड़िता के साथ जा रही मौसी और चाची की दुर्घटना में मौत हो गयी जबकि ख़ुद उसे व उसके साथ जा रहे वकील को गंभीर चोटें आयी हैं। केजीएमयू ट्रामा सेंटर में पीड़िता और वकील का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया है कि दोनों को कई जगह चोटें आई हैं और कॉलर बोन सहित पसली व हाथ पैर की हड्डियाँ टूट गयी हैं। रेप पीड़िता की पसली टूट कर फेफड़े में घुस गयी है जिसके चलते संक्रमण के कारण उसे सांस लेने में दिक़्क़त हो रही थी और उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। देर रात पीड़िता कोम में चली गयी।

पीड़िता की माँ का कहना है उन्हें न तो उनकी बेटी का हाल बताया जा रहा है और न ही देखने दिया जा रहा है। सोमवार रात को किसी संदिग्ध ने ट्रामा सेंटर में घुसने की कोशिश की जिसे हिरासत में लिया गया। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि वे न तो अपने गाँव और न ही कहीं और सुरक्षित हैं और उनके पूरे परिवार को ख़त्म किया जा सकता है।

रात भर चला कांग्रेस का धरना

रेप पीड़िता, परिवार सहित वकील को दुर्घटना में जान से मार डालने की साज़िश का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार के विरोध में कांग्रेसियों ने सोमवार रात से लखनऊ में जीपीओ गाँधी प्रतिमा पर धरना शुरू कर दिया था। इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ख़ासी आक्रामक नजर आयी। प्रियंका गाँधी ने जहाँ पल-पल की ख़बर पर नज़र बनाए रखी और लगातार निर्देश देती रहीं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और विधायक अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में शुरू हुआ धरना पूरी रात चलता रहा। सुबह होते ही कांग्रेसियों ने जोरों से रामधुन गाना शुरू कर दिया। कई मोहल्लों से प्रभातफेरी निकालते हुए कांग्रेसियों का जत्था धरना स्थल पर पहुँचा।

कांग्रेस ने प्रदेश बीजेपी कार्यालय के बाहर भी प्रदर्शन किया। प्रियंका गाँधी ने पूरे मामले पर दिल्ली से ही नज़र बनाए रखी और हर घंटे कांग्रेस नेताओं को निर्देश देती रहीं।

कांग्रेस विधानमंडल दल की उपनेता आराधना शुक्ला मोना ट्रामा सेंटर पहुँची। सोमवार दिन भर कांग्रेस के लोग ट्रामा सेंटर में जमे रहे तो मंगलवार भी सुबह से ही पहुँच गए। ख़ुद प्रियंका गाँधी ने कई ट्वीट कर आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर के अब तक बीजेपी में बने रहने पर सवाल उठाए।

सपा भी रही सक्रिय, ट्वीट तक सिमटीं माया

सोनभद्र सामूहिक नरसंहार में मौक़ा गंवाने वाली समाजवादी पार्टी इस बार ख़ासी तेज़ नज़र आयी। ट्रामा सेंटर में पहुँचे सपा नेताओं ने इलाज का ख़र्च उठाने की बात कही तो संसद में भी सपा सांसदों ने पूरे मामले को उठाया। सपा छात्र सभा ने लखनऊ में प्रदर्शन किया तो उन्नाव में स्थानीय सपा के नेता भी पीड़िता के गाँव पहुँचे। परिवार से मिल कर ट्रामा सेंटर के बाहर अखिलेश ने कहा कि पीड़ित परिवार को प्रदेश की नयी राज्यपाल से मिलाया जाएगा और सपा न्याय मिलने तक परिवार के साथ है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की ओर से इस मामले पर प्रतिक्रिया ठंडी ही रही। पार्टी की ओर से न तो कोई नेता ट्रामा सेंटर पहुँचा और न ही कोई प्रदर्शन किया गया। मायावती ने सिर्फ़ ट्वीट कर अपना विरोध जताया। 

हलकान रही योगी सरकार

उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुई दुर्घटना के बाद प्रदेश सरकार हलकान हो गयी। उन्नाव, रायबरेली से लेकर राजधानी तक सरकार के आला अधिकारी कई-कई प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर घटना की जानकारी देते रहे। दुर्घटनास्थल पर बड़े पुलिस अधिकारी पहुँचे, घटना का रिक्रियेशन करवाया, आनन-फानन में फ़ॉरेंसिक जाँच हुई। सड़क दुर्घटना के मामले को भी सोमवार देर रात सीबीआई जाँच कराने की सिफ़ारिश केंद्र को भेज दी गयी। खबर है कि पूरे मामले को लचर तरीक़े से हैंडल करने से नाराज मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार को हटा उनकी जगह प्रमुख सचिव (सूचना) अवनीश अवस्थी की तैनाती पर हामी भर दी है।

उधर, लखनऊ रेंज के आईजी एसके भगत अचानक सोमवार रात को उन्नाव पहुँचे। उन्होंने उन्नाव के माखी थाने में जिले की पुलिस फ़ोर्स को तलब किया और मंगलवार को होने वाले अंतिम संस्कार की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए। पीड़िता के परिवार की सुरक्षा को लेकर भी उन्नाव पुलिस से जवाब तलब किया। 

आईजी ने पूछा कि दुर्घटना वाले दिन पीड़िता के साथ गनर क्यों नहीं था? साथ ही जाँच कर रहे एसपी उन्नाव से प्रगति रिपोर्ट माँगी। दुर्घटना के बाद रायबरेली के गुरबख्श गंज थाने में दर्ज एफ़आईआर में जिन अभियुक्तों के नाम शामिल है, उनकी धरपकड़ की कवायद भी तेज़ करने को कहा। आईजी ने कहा कि अंतिम संस्कार के बाद पुलिस का अगला टारगेट आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी है। 

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