उन्नाव: पीड़िता के परिजन बोले, बीजेपी विधायक ने कराई दुर्घटना
उन्नाव बलात्कार मामले की पीड़िता और उनके वकील की हालत बेहद नाजुक है। रविवार शाम को पीड़िता अपने वकील और परिजनों के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने जा रही थी, तभी एक ट्रक ने उनकी गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी थी। हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की रविवार को ही मौत हो गई थी। पीड़िता ने उन्नाव के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। घटना के बाद पीड़िता के परिजनों ने मीडिया से कहा कि यह घटना विधायक के इशारे पर हुई है।
पीड़िता के परिवार का कहना है कि कुलदीप सेंगर के गुर्गे लगातार उनके परिवार को डराते-धमकाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि विधायक भले ही जेल में हो लेकिन उनके पास वहाँ भी फ़ोन है और वही यह सब कुछ करा रहे हैं।
पीड़िता और वकील लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं। लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्णन ने अस्पताल का दौरा करने के बाद कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें बताया है कि पीड़िता और वकील को लाइफ़ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। उनकी कुछ हड्डियाँ टूट गई हैं और दोनों में से एक के सिर में चोट आई है।
Unnao rape victim road accident case: Rajiv Krishnan, ADG Lucknow Zone, says after visiting hospital, "Doctors have told me that they (victim & her lawyer) have been put on life support system. Some of their bones have fractured. One of them have head injury." pic.twitter.com/2kBDxaBgx8
— ANI UP (@ANINewsUP) July 28, 2019
टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रक और गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। बताया जाता है कि हादसा रायबरेली के अतरुआ गाँव के पास हुआ है। ग़ौरतलब है कि उन्नाव बलात्कार मामले के सामने आने के बाद प्रदेश में विपक्षी दलों ने योगी सरकार को जमकर घेरा था।
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसके साथ जून, 2017 में अपने आवास पर बलात्कार किया था। पीड़िता ने कहा था कि तब वह अपने एक रिश्तेदार के साथ नौकरी माँगने के लिए विधायक के पास गई थी। कुलदीप के ख़िलाफ़ भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जाँच सीबीआई से कराने की सिफ़ारिश की थी, जिसे एजेंसी ने स्वीकार कर लिया था।
पीड़िता के परिवार ने कहा था कि विधायक और उनके साथियों ने मामले में पुलिस में शिक़ायत नहीं करने के लिए उन पर दबाव बनाया था। परिवार ने कहा था कि विधायक के भाई अतुल सिंह सेंगर व उसके साथियों ने उसके पिता के साथ मारपीट की थी और इसके बाद पुलिस हिरासत में पीड़िता के पिता की मौत हो गई थी। मौत से पहले पीड़िता के पिता का वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने विधायक के भाई और समर्थकों पर उन्हें पीटे जाने का आरोप लगाया था।
पीड़िता ने पुलिस के रवैये से परेशान होकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने का भी प्रयास किया था। विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बलात्कार के मामले में जेल में बंद हैं। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और ड्राइवर को हिरासत में लिया है। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है।
लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज ने कुलदीप सिंह सेंगर से सीतापुर जेल में मुलाक़ात की थी। इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने आरोपी विधायक को गिरफ़्तार न करने पर सीबीआई को फटकार भी लगाई थी।