उन्नाव: रेप पीड़िता के परिवार ने कहा, सीएम योगी के आने पर ही करेंगे अंतिम संस्कार
यूपी के उन्नाव में दबंगों द्वारा जिंदा जलाई गई बलात्कार पीड़िता की मौत के बाद परिवार वालों ने कहा है कि जब तक राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने नहीं आते, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पीड़िता ने शुक्रवार रात को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पीड़िता का शव शनिवार रात को उन्नाव पहुंचा था। पीड़िता की बहन ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके घर पर आना चाहिए। उन्होंने सरकारी नौकरी देने की भी माँग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता देने के साथ ही मामले की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने का भरोसा दिया है।
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता को बृहस्पतिवार सुबह 5 दबंगों ने पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। पीड़िता 90 फ़ीसदी जल गई थी और उसे बेहद गंभीर हालत में पहले लखनऊ और फिर सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पीड़िता के साथ दो लोगों ने पिछले साल दिसंबर में सामूहिक बलात्कार किया था और ये लोग पीड़िता को जलाने वालों में भी शामिल थे।
Sister of Unnao rape victim: I also demand that I should be given a government job. https://t.co/CxvWDO9QmC
— ANI UP (@ANINewsUP) December 8, 2019
जीना चाहती थी पीड़िता
पीड़िता के भाई ने अंग्रेजी न्यूज़ चैनल इंडिया टुडे को बताया कि मरने से पहले उसकी बहन ने कहा था कि वह जीना चाहती है। भाई ने बताया, ‘उसने कहा कि भैया मुझे बचा लो, मुझे मरना नहीं है, जिन्होंने मेरे साथ ये किया है, उन्हें मैं मौत की सजा पाते देखना चाहती हूँ।’ पीड़िता के भाई ने कहा कि पाँचों अभियुक्तों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।उन्नाव कांड की पीड़िता के पिता ने न्यूज़ चैनल आज तक से कहा है कि जैसा हैदराबाद में दिशा के साथ हत्या-बलात्कार करने वाले अभियुक्तों के साथ हुआ है, वैसा ही उनकी बेटी के अभियुक्तों के साथ होना चाहिए या उन्हें फांसी दी जाए। दिशा के अभियुक्तों को हैदराबाद पुलिस ने शुक्रवार तड़के एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।
यह घटना तब हुई थी जब पीड़िता बलात्कार मामले में सुनवाई के लिए रायबरेली की एक अदालत में पहुँचने के लिए ट्रेन पकड़ने रेलवे स्टेशन जा रही थी। लेकिन तभी बलात्कार का मुख्य अभियुक्त शिवम त्रिवेदी अपने 4 अन्य साथियों के साथ पीड़िता को गाँव से बाहर खेतों में ले गया और उस पर पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जला दिया।