कथित ऑडियो टेप: राजस्थान कांग्रेस के दो विधायक पार्टी से निलंबित
राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस के दो विधायकों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। ये दोनों ही विधायक बाग़ी नेता सचिन पायलट के समर्थक हैं। इनका नाम भंवर लाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह है।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा कि जो दो ऑडियो टेप सामने आए हैं, उनकी सत्यता प्रमाणित होने तक दोनों का निलंबन जारी रहेगा।
सुरजेवाला ने इन कथित ऑडियो टेप में क्या-क्या बातें हो रही हैं, इन्हें भी पढ़कर सुनाया। कांग्रेस का कहना है कि ऑडियो टेप में बातचीत के दौरान पैसे के लेन-देन को लेकर और गहलोत सरकार को गिराने की साज़िश रची जा रही है। इन ऑडियो टेप में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवर लाल शर्मा और बीजेपी नेता संजय जैन के बीच बातचीत होने का दावा किया गया है।
सुरजेवाला ने कहा, ‘भंवर लाल शर्मा के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की जानी चाहिए। यह हॉर्स ट्रेडिंग नहीं है, तो क्या है।’ सुरजेवाला ने कहा कि राजस्थान सरकार को गिराने का घिनौना षड्यंत्र अब बेनकाब हो गया है।
कांग्रेस के आरोप पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा है कि वह किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं और इन ऑडियो टेप में उनकी आवाज़ नहीं है।
सुरजेवाला ने कहा कि मणिपुर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, अरुणाचल, गोवा और दूसरे राज्यों में बीजेपी द्वारा सरकार गिराने का खेल खेला गया। सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने इस बार गलत राज्य को चुन लिया है।
इससे पहले 14 जुलाई को कांग्रेस ने बड़ा एक्शन लेते हुए सचिन पायलट को उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से हटा दिया था। पायलट के क़रीबी विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि उनकी सरकार गिराने के लिए बीजेपी द्वारा किए जा रहे षड्यंत्र में सचिन पायलट भी शामिल थे।