रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर जबरदस्त हमला किया है। न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रूस ने यूक्रेन पर 70 से ज्यादा मिसाइल दागी हैं और यह इस साल फरवरी में शुरू हुए युद्ध के बाद किए गए सबसे बड़े हमलों में से एक है।
इस वजह से यूक्रेन की राजधानी कीव की बिजली बंद करनी पड़ी और ब्लैकआउट का ऐलान किया गया।
बताना होगा कि रूस और यूक्रेन के बीच इस साल फरवरी से जबरदस्त जंग चल रही है और रूस ने लगातार यूक्रेन के कई शहरों पर बमबारी की है। लेकिन यूक्रेन की ओर से भी इस लड़ाई में जोरदार जवाब दिया जा रहा है।
यूक्रेन के अफसरों ने कहा है कि सेंट्रल क्रीवी रिह में एक अपार्टमेंट ब्लॉक में गोलीबारी की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति की मौत खेरसान के दक्षिणी इलाके में हुई है।
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा है कि रूस के पास बड़ी संख्या में मिसाइल हैं। उन्होंने पश्चिमी देशों से यूक्रेन को एयर डिफेंस सिस्टम और हथियारों की मदद करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन रूस के द्वारा किए जा रहे हमलों का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है।
यूक्रेन की ओर से गुरुवार को कहा गया था कि रूस अगले साल की शुरुआत में यूक्रेन पर बड़े हमले करने की तैयारी में है। रॉयटर्स के मुताबिक, यूक्रेन की सेना ने कहा है कि रूस हमें खत्म करना चाहता है और हमें अपने गुलाम बनाना चाहता है लेकिन हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और लड़ते रहेंगे।
रूस की ओर से कई बार परमाणु युद्ध की धमकी दी जा चुकी है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी उनके काले रंग के न्यूक्लियर बैग के साथ देखा गया था। युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन ने कहा था कि रूस ने बूचा में नरसंहार किया है और मारियूपोल में भी हजारों लोगों की हत्या की है।
रूस के लगातार हमलों के कारण यूक्रेन के कई बड़े शहर जैसे मारियूपोल, खारकीव, लवीव आदि पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। नवंबर में यूक्रेनी सेना और वहां के आम नागरिकों ने रूस के सैनिकों के खेरसान से वापस लौटने का जश्न मनाया था।
नवंबर में रूस ने यूक्रेन पर बड़ा हमला करते हुए अंधाधुंध मिसाइलें दागी थीं और इसमें से कुछ मिसाइल यूक्रेन की सीमा को पार कर पोलैंड में भी गिरी थीं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने G7 और नाटो देशों के नेताओं की आपात बैठक बुलाई थी।
हालांकि रूस ने इससे इनकार किया था और कहा कि है कि यह उसकी मिसाइल नहीं हैं। बताना होगा कि पोलैंड नाटो का सहयोगी देश है।