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उद्धव ठाकरे आज कर सकते हैं संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा

उद्धव ठाकरे आज कर सकते हैं संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा

महाराष्ट्र में लॉकडाउन की घोषणा आज हो सकती है। मौजूदा पाबंदियों से काबू में नहीं आता दिख रहे कोरोना को लेकर संपूर्ण लॉकडाउन की माँग बढ़ गई है। इसी को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज घोषणा कर सकते हैं। 

महाराष्ट्र में संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा आज हो सकती है। मौजूदा पाबंदियों से काबू में आता नहीं दिख रहे कोरोना को लेकर संपूर्ण लॉकडाउन की माँग बढ़ गई है। कई मंत्री भी 15 दिन के लिए लॉकडाउन की मांग कर रहे हैं। और इसी को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज घोषणा कर सकते हैं। आज का उनका संबोधन पहले से तय है। 

बुधवार को होने वाली ऐसी किसी घोषणा से पहले मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी जिसमें कोरोना की स्थिति और मौजूदा पाबंदियों का जायजा लिया गया था। 

स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, 'सभी मंत्रियों ने कल शाम 8 बजे से राज्य में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा करने का अनुरोध किया है। कैबिनेट ने पूर्ण लॉकडाउन के बारे में फ़ैसला लिया है। सीएम अंतिम घोषणा करेंगे।'

मंत्री और एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने और आवश्यक दवाओं और उपकरणों की खरीद के लिए 15-दिवसीय पूर्ण लॉकडाउन की आवश्यकता है। 

बता दें कि 13 अप्रैल को महाराष्ट्र में 15 दिनों के लिए कर्फ्यू जैसी पाबंदी लगाई गई है। धारा 144 लागू की गई और इस दौरान सिर्फ़ ज़रूरी सेवाएँ ही जारी रहेंगी। घोषणा की गई थी कि यह सख़्ती एक मई तक के लिए लागू रहेगी। 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण को लेकर बन रहे हालात पर राज्य के लोगों को संबोधित किया था और कहा था कि महाराष्ट्र में कोरोना काबू से बाहर हो रहा है और उन्होंने कई लोगों से चर्चा की है लेकिन अब चर्चा का वक़्त निकल चुका है।

उन्होंने राज्य में लॉकडाउन जैसी पाबंदियों की घोषणा करते हुए 5476 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी। यह पैकेज उन लोगों के लिए है जिनका काम-धंधा और व्यवसाय कोरोना और पाबंदियों की वजह से प्रभावित होगा।

इसके दो दिन बाद ही कोरोना संक्रमण के गंभीर संकट से जूझ रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की थी कि कोरोना संक्रमण को प्राकृतिक आपदा घोषित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रभावितों को व्यक्तिगत लाभ देने के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष यानी एसडीआरएफ़ का उपयोग करने दिया जाए। उन्होंने इस संबंध में बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखी है। 

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