कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के महाराष्ट्र में दस्तक देते ही महाराष्ट्र सरकार हरकत में आ गयी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खासतौर पर उन देशों से आने वाले हवाई यात्रियों पर विशेष नज़र रखने के आदेश दिए हैं जहाँ ओमिक्रॉन वैरिएंट ज़्यादा फैल रहा है। दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन से महाराष्ट्र के डोंबिवली आए एक शख्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। इसके बाद इस शख़्स की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट कराई गई जिसकी शनिवार शाम रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उस शख़्स में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के मरीज के मिलने के बाद महाराष्ट्र सरकार में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से बात की और ओमिक्रॉन वैरिएंट के ख़तरे से बचने के लिए ज़रूरी उपाय करने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 3 दिन पहले भी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव और मुख्य सचिव से ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचने के लिए ज़रूरी निर्देश दिए थे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका को भी आदेश दिए हैं कि दक्षिण अफ्रीका से आए इस शख्स के कांटेक्ट में आने वाले हर व्यक्ति की दोबारा से कोरोना जांच हो।
मुंबई एयरपोर्ट पर भी दक्षिण अफ्रीका, जिंबाब्वे, दुबई, हांगकांग और दूसरे अन्य देशों से आने वाले उन यात्रियों की सघनता से जांच की जा रही है जो खासतौर पर उन जगहों से आ रहे हैं जहां पर ओमिक्रॉन वैरिएंट का ख़तरा ज़्यादा बना हुआ है।
महाराष्ट्र सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें कहा गया है कि एयरपोर्ट से आने वाले विदेशी यात्रियों की आरटी पीसीआर टेस्ट के ज़रिए जांच की जाएगी जो भी यात्री पॉजिटिव पाया जाएगा उसे 7 दिन के लिए सरकारी नियमों के हिसाब से क्वारंटीन किया जाएगा। इसके बाद दूसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उसे घर जाने दिया जाएगा और अगले 7 दिनों तक घर पर ही क्वारंटीन रहना होगा।
कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका से आने वाले जिस व्यक्ति की ओमिक्रॉन रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उसके परिवार वालों की ओमिक्रॉन रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
वह डोंबिवली की जिस इमारत में रह रहा है, उस इमारत में रह रहे लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। जिन जिन लोगों के संपर्क में यह व्यक्ति आया था उन सभी का भी कोरोना टेस्ट कराया गया है और उन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
ऐसा माना जा रहा है कि इस व्यक्ति के अलावा फ़िलहाल अभी तक कोई दूसरा व्यक्ति ओमिक्रॉन वायरस के संपर्क में नहीं आ पाया है। यह शख्स जिस डॉक्टर के पास अपनी जांच करवाने गया था उस डॉक्टर की भी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। इस यात्री के साथ दिल्ली से मुंबई तक यात्रा करने वाले लोगों में भी कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं।
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला केस मिलने की पुष्टि करते हुए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि फिलहाल घबराने की ज़रूरत नहीं है। टोपे ने लोगों से और सावधानी बरतने की अपील की है। टोपे का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार ने तीसरी लहर से बचने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है, और अगले कुछ दिनों में थोड़ी सख्ती भी बढ़ाई जाएगी ताकि तीसरी लहर से बचा जा सके। टोपे ने राज्य के लोगों से अपील की है कि ज़रूरी नहीं होने पर घरों से बाहर ना निकलें एवं बेवजह की यात्रा करने से बचें।
आपको बता दें कि जिस शख्स की ओमिक्रॉन रिपोर्ट पॉजिटिव आई है दरअसल यह शख्स दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन से दुबई आया और फिर दुबई से दिल्ली पहुँचा। दिल्ली से मुंबई होते हुए यह शख्स डोंबिवली पहुंचा। जब यह व्यक्ति डोंबिवली अपने घर पहुँचा तो उसे बुखार की शिकायत हुई। बाद में जब इस शख्स का कोरोना टेस्ट कराया गया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद सरकार ने इस शख्स का सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा तो उसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार अलर्ट हो गयी है।
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने ‘सत्य हिंदी’ को बताया कि जिस शख्स की ओमिक्रॉन रिपोर्ट पॉजिटिव आई है दरअसल वह शिप पर काम करता है और उसने कोरोना की कोई भी वैक्सीन नहीं ली है। इसी साल अप्रैल महीने में वह शिप पर गया था और नवंबर तक वह शिप पर ही रहा। नवंबर के आखिर में जब वह दक्षिण अफ्रीका पहुंचा तो उसे भारत आने की इजाजत मिली, लेकिन इसी बीच में वह ओमिक्रॉन वायरस के संपर्क में आकर संक्रमित हो गया।