सिख अलगाववादी अर्शदीप डल्ला से जुड़े दो शूटर दिल्ली में गिरफ्तार
एक पंजाबी गायक की हत्या की कथित तौर पर योजना बने रहे दो शूटरों को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया रहै। दोनों शूटर अलगाववादी अर्शदीप डल्ला गिरोह से जुड़े हुए हैं। अर्शदीप डल्ला कनाडा में रहता है और वहीं से अपनी गतिविधियां चलाता है। स्पेशल सेल के मुताबिक पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके में एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली लगने से एक शूटर घायल हो गया।
Delhi | Two sharpshooters of international terrorist/Gangster Arshdeep Singh @ Dala namely Rajpreet Singh alias Raja alias Bamb and Virender Singh alias Vimmy arrested by Delhi Police on the main road towards Akshardham Mandir, Mayur Vihar after a brief exchange of fire. Both of… pic.twitter.com/fOt65gEMyX
— ANI (@ANI) November 27, 2023
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी पंजाब के एक मामले में पैरोल जंप करने के बाद से फरार थे। अर्श डल्ला भी 2020 से पंजाब से फरार है। दिल्ली पुलिस के अलावा पंजाब पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा भी वांछित है। वह इस समय कनाडा में है। इन दोनों की पहचान राजप्रीत सिंह उर्फ राजा उर्फ बम और विरेन्दर सिंह उर्फ विम्मी के रूप में हुई।
इससे पहले 7 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कनाडा स्थित अर्श डल्ला-सुखा दुनेके गिरोह से जुड़े दो लोगों को पकड़ा था। गिरफ्तार व्यक्तियों में से एक पिछले वर्ष मार्च में ब्रिटिश कबड्डी टीम के कप्तान संदीप नांगल अंबियन की हत्या में शामिल था।
27 साल का अर्शदीप सिंह, जो पंजाब के मोगा जिले के डल्ला गांव का रहने वाला है, खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) जैसे कट्टरपंथी संगठनों से जुड़ा हुआ है। कई संगठित आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए जाना जाने वाला अर्शदीप कुख्यात कनाडाई गैंगस्टर गोल्डी बरार से भी जुड़ा हुआ है।
कनाडा के सरे, ब्रिटिश कोलंबिया में अर्शदीप अपनी पत्नी और एक नाबालिग बेटी के साथ रहता है। उनके पास 1 सितंबर, 2017 को जालंधर में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय द्वारा जारी किया गया पासपोर्ट है, जो 31 अगस्त, 2027 तक वैध है।
अर्शदीप डल्ला 2020 में एक सक्रिय व्यक्ति के रूप में उभरा, जो मुख्य रूप से आतंकी फंडिंग, आतंकी मॉड्यूल स्थापित करने, सीमा पार से हथियारों की तस्करी को सुविधाजनक बनाने और पूरे पंजाब में टारगेट हत्याओं को अंजाम देने से संबंधित गतिविधियों में शामिल था। खुफिया एजेंसियों के दस्तावेज से संकेत मिलता है कि हिंसक कृत्यों को अंजाम देने में डल्ला का रिकॉर्ड मृत खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) नेता, हरदीप सिंह निज्जर से भी अधिक है।
निज्जर के साथ मिलकर डल्ला ने तीन सदस्यों वाला केटीएफ मॉड्यूल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस समूह को वर्ष 2021 में मोगा में सनशाइन क्लॉथ स्टोर के मालिक तेजिंदर, जिसे पिंका के नाम से भी जाना जाता है, की हत्या में नाम आया था।