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शिवराज के ओएसडी के पद से पीछे हटे तुषार पांचाल

शिवराज के ओएसडी के पद से पीछे हटे तुषार पांचाल

तुषार ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने इस जिम्मेदारी को स्वीकार न करने का फ़ैसला लिया है और इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जानकारी दे दी है। 

मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार में सोमवार को हुई एक ओएसडी की नियुक्ति सुर्खियों में रही। दरअसल, जिस शख्स को ओएसडी बनाया गया, उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘खिल्ली’ उड़ाने का आरोप है। ओएसडी बनाये गये शख्स का मोदी से जुड़ा कटाक्ष भरा एक पुराना ट्वीट मंगलवार सुबह से सोशल मीडिया पर वायरल रहा। मध्य प्रदेश सरकार में ओएसडी बनाये गये इस शख्स का नाम तुषार पांचाल है। 

लेकिन इस नियुक्ति को लेकर जैसे ही विवाद बढ़ा, तुषार पांचाल ने क़दम पीछे खींच लिए। तुषार ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने इस जिम्मेदारी को स्वीकार न करने का फ़ैसला लिया है और इस बारे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जानकारी दे दी है। 

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तुषार अंधेरी वेस्ट, मुंबई के निवासी हैं। तुषार, वॉर रूम कम्युनिकेशन के एक्सपर्ट हैं। वे देश की बड़ी कम्युनिकेशन कंपनियों में काम भी कर चुके हैं। तुषार पांचाल की नियुक्ति विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) की हैसियत से मुख्यमंत्री सचिवालय में की गई थी।

मध्य प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग में कार्मिक मामलों को देखने वाली प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी के हस्ताक्षरों से 7 जून को जारी किये गये आदेश में कहा गया था, ‘अशासकीय व्यक्ति पांचाल की संविदा नियुक्ति से जुड़ी सेवा शर्तें पृथक से जारी की जायेंगी।’

शिवराज से जुड़े रहे तुषार 

जानकारी के अनुसार, तुषार पांचाल साल 2015 से शिवराज से जुड़े हैं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव के वक्त भी वे मध्य प्रदेश बीजेपी और शिवराज सिंह चौहान से सीधे जुड़े रहे। राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के कैम्पेन में उन्होंने हिस्सेदारी की थी। हालांकि बीजेपी लगातार चौथी बार प्रदेश में सरकार नहीं बना पायी थी।

मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार चले जाने के बाद भी तुषार पांचाल ने शिवराज सिंह का साथ नहीं छोड़ा था। वह उनके सोशल मीडिया से जुड़े काम को पहले की तरह देखते रहे थे। कमल नाथ सरकार के ख़िलाफ़ शिवराज के लिये जमकर कैंपेन करते रहे थे। पिछले साल कमल नाथ की सरकार गिर गई थी और शिवराज की अगुवाई में बीजेपी की सत्ता में वापसी हो गई थी।

अलग अंदाज में शिवराज

चौथी बार मुख्यमंत्री बने शिवराज इस कार्यकाल में कुछ अलग अंदाज में नज़र आये हैं। पिछले तीन कार्यकालों में जनसंपर्क महकमे पर बहुत हद तक निर्भर रहे शिवराज का मीडिया मैनेजमेंट जनसंपर्क के भरोसे इस बार तुलनात्मक बहुत कम रहा है। अपना मीडिया मैनेजमेंट शिवराज अपने हिसाब से ही कर रहे हैं। 

तुषार पांचाल की ओएसडी पद पर पदस्थापना का विधिवत आदेश जारी होने के बाद पीएम मोदी को लेकर उनका एक पुराना ट्वीट वायरल किया गया है। इस पुराने ट्वीट में पांचाल ने कहा था, ‘किस्मत हो तो मोदी जैसी हो। सवाल पूछने के लिए ऑफ़िस विपक्ष का नेता नहीं और घर पर बीवी नहीं।’

कांग्रेस ने कसा था तंज

पांचाल के इस पुराने ट्वीट को मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी री-ट्वीट कर चुटकी ली थी। प्रदेश कांग्रेस ने कहा था, ‘हम जानते हैं ट्वीट पुराना है, लेकिन गौर फरमाने योग्य तो है ही।’ मध्य प्रदेश कांग्रेस की अधिकारिक साइट पर भी इस मसले पर खूब चुटकियां ली गई। एमपीसीसी की ऑफिशियल साइट पर तुषार की नियुक्ति पर सवाल खड़ा करते हुए कांग्रेस ने कहा था, 

‘योगी के बाद अब शिवराज,

कमजोर करेंगे मोदीराज।’

प्रदेश कांग्रेस ने कहा था- ‘शिवराज ने मोदी के खिलाफ छेड़ी जंग, मोदी के घोर विराधी को बनाया ओएसडी।’ कांग्रेस यही नहीं थमी। कांग्रेस ने कहा था, ‘सोशल मीडिया पर मोदी की खिल्ली उड़ाने, उनके कद को छोटा करने और बीजेपी के सिद्धातों पर अनर्गल टिप्पणी करने वाले को शिवराज ने अपना ओएसडी बनाया है।’

पांचाल की निुयक्ति पर दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर सिंह बग्गा ने भी सवाल खड़े किए थे और पूछा था कि क्या शिवराज सिंह चौहान को ऐसे ही लोगों की ज़रूरत है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने चुटकी लेते हुए कहा था कि इससे शिवराज का मोदी प्रेम साफ झलक रहा है। 

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बताया गया है एक वक्त था जब तुषार पांचाल नरेंद्र मोदी के करीबियों में शुमार होते थे। गुजरात से लेकर दिल्ली तक के सफर में मोदी के साथ रहे पांचाल क्यों और कैसे मोदी से ‘दूर’ हुए इस बारे ठोस जानकारी किसी के पास नहीं है।

बीजेपी के जानकारों में कोई यह भी नहीं बता पाया कि पांचाल ने मोदी को लेकर चुटकी भरा ट्वीट आखिर क्यों किया था? 

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