जांच की सुनामीः राजस्थान में कांग्रेस नेता के बेटे ईडी में तलब, तेलंगाना में छापे
ऐसा महज इत्तेफाक नहीं हो सकता कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर सिर्फ विपक्ष के नेता हों। लेकिन दिल्ली से लेकर राजस्थान और तेलंगान तक जिस तरह केंद्रीय जांच एजेंसियां गुरुवार को सक्रिय हैं, उससे ऐसा ही लग रहा है। गुरुवार को दिल्ली में एक तरफ सवाल के बदले कथित रिश्वत मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा से संसद की आचार (एथिक्स) समिति पूछताछ कर रही है तो आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री राजकुमार आनंद के घर ईडी ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापे मारे। आप प्रमुख और दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल को भी गुरुवार को ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन उन्होंने ईडी नोटिस को अवैध बताते हुए पेश होने से मना कर दिया और चुनावी दौरे पर मध्य प्रदेश रवाना हो गए।
राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के बेटों को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तलब किया है। राजस्थान में सरकारी स्कूल शिक्षक भर्ती के पेपर लीक हुए थे, उस पेपर लीक को मनी लॉन्ड्रिंग से भी ईडी ने जोड़ा है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जारी है। ऐसे में कांग्रेस इसे मुद्दा बना सकती है।
ईडी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के अभिलाष डोटासरा को जहां 7 नवंबर को पेश होने के लिए कहा है, वहीं अविनाश डोटासरा को 8 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ईडी ने एक सप्ताह पहले कथित परीक्षा पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत जयपुर और सीकर में डोटासरा के परिसरों पर छापेमारी की थी।
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी राजस्थान के सीएम के आसपास घेरा कस रही है। इसी एजेंसी ने 30 अक्टूबर को विदेशी मुद्रा नियमों के कथित उल्लंघन के एक अलग मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव से नौ घंटे तक पूछताछ की थी। ईडी इस पूरे साल राजस्थान में तमाम कांग्रेस नेताओं और अधिकारियों पर कथित पेपर लीक में छापे मारती रही है।
ईडी ने 15 अक्टूबर को सिलसिलेवार तलाशी के बाद कहा था कि उसने 12 लाख रुपये कैश और "आपत्तिजनक" दस्तावेज जब्त किए हैं। जिनके परिसरों की तलाशी ली गई उनमें कांग्रेस नेता दिनेश खोदानिया, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी की नेता प्रेरणा चौधरी, अशोक कुमार जैन, सुरेश ढाका और अन्य शामिल थे।
तेलंगाना में कांग्रेसियों पर छापे
आयकर विभाग ने गुरुवार को हैदराबाद में महेश्वरम विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार किचनगरी लक्ष्मा रेड्डी (ए) केएलआर और बडंगपेट के मेयर चिगिरिंथा पारिजथा नरसिम्हा रेड्डी के आवास और कार्यालयों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने गुरुवार को रेड्डी के हैदराबाद आवास समेत 10 स्थानों की तलाशी ली। आयकर छापे के बाद, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता गौरी सतीश ने तेलंगाना के लोगों से अपील की कि वे जागरूक रहें कि बीआरएस और भाजपा एक ही पार्टी हैं। ये छापे दोनों दलों की मदद से कांग्रेस नेताओं पर मारे गए हैं।जब आयकर विभाग की छापेमारी चल रही थी, तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लक्ष्मी रेड्डी के फार्म हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने से पहले ही कांग्रेस नेताओं ने आरोपों का हवाला देते हुए छापेमारी पर चिंता जताई।