+
पेगासस : तृणमूल के शांतनु सेन राज्यसभा से निलंबित

पेगासस : तृणमूल के शांतनु सेन राज्यसभा से निलंबित

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन को मानसून सत्र के बाकी समय के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है। 

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन को मानसून सत्र के बाकी समय के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है। 

उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथ से पेगासस से जुड़े वक्तव्य का काग़ज़ छीन कर फाड़ दिया था। 

सेन विपक्ष के उन सदस्यों में से थे जो पेगासस पर बहस के दौरान सदन के 'वेल' में चले गए थे और नारेबाजी की थी। जब वैष्णव वक्तव्य देने खड़े हुए तो उन्होंने नारा लगाया था, 'जासूसी बंद करो, बंद करो, बंद करो।' 

शुक्रवार को सत्ताधारी पक्ष की ओर से राज्यसभा में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे पास कर दिया गया। इस प्रस्ताव के जरिए टीएमसी सदस्य को सदन के बाकी समय के लिए निलंबित कर दिया गया। 

सदन में प्रस्ताव पारित

वैष्णव ने अपने बयान में कहा था कि 'पेगासस से जुड़े जो आरोप लगाए गए हैं वे निराधार हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है और सुप्रीम कोर्ट समेत तमाम पक्षों ने इससे इनकार किया है।' 

मंत्री ने यह भी कहा था कि '18 जुलाई 2021 को पेगासस से जुड़ी ख़बरें भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए रची गई हैं। हम उन्हें दोष नहीं देते जिन्होंने यह खबर पढ़ी नहीं है।' 

लेकिन इसी दौरान हो-हल्ला हुआ और टीएमसी सांसद ने मंत्री के हाथ से काग़ज़ छीन कर फाड़ दिया था। 

 - Satya Hindi

क्या कहना है शांतनु सेन का?

राज्यसभा स्पीकर वेंकैया नायडू ने कहा था, 'शांतनु सेन, कृपया सदन से चले जाइए, सदन को काम करने दीजिए।' 

राज्यसभा के डिप्टी स्पीकर हरिवंश ने लोगों से  कहा था कि वे असंसदीय व्यवहार न करें। 

उसके बाद उन्होंने मंत्री से कहा था कि वे अपना वक्तव्य जारी रखें। 

टीएमसी सांसद ने बाद में कहा था कि केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने उनके साथ गाली गलौच की थी और उन्हें मारने दौड़े थे। लेकिन दूसरे सदस्यों ने सेन को बचा लिया।

पेगासस पर हमलावर टीएमसी

बता दें कि पेगासस जासूसी मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस शुरू से ही हमलावर रही है और संसद के बाहर व संसद के अंदर सरकार पर तीखे हमले बोले हैं।

टीएमसी नेता व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेगासस को लेकर बुधवार को सीधे मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि 'सर्विलांस स्टेट' यानी 'जासूसी राज्य' बनने से लोकतंत्र ख़तरे में है। 

ममता बनर्जी ने अपना फ़ोन दिखाते हुए कहा, 'मैं किसी से बात नहीं कर सकती। ये लोग जासूसी के लिए बहुत ज़्यादा पैसा ख़र्च कर रहे हैं। मैंने अपने फोन पर प्लास्टर चढ़ा दिया है। हमें केंद्र पर भी प्लास्टर चढ़ा देना चाहिए, वरना पूरा देश बर्बाद हो जाएगा। बीजेपी ने संघीय ढांचे को गिरा दिया है।'

 - Satya Hindi

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सरकार लोगों के कल्याण के बजाय स्पाइवेयर पर टैक्स का पैसा खर्च कर रही है। उन्होंने कहा, 'पेट्रोल की क़ीमतों को देखें। भारत सरकार ने अकेले ईंधन कर से 3.7 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए। पैसा कहाँ जा रहा है?' 

उन्होंने कहा कि कोई टीका उपलब्ध नहीं है। ममता ने कहा, 'आप एक जासूसी राज्य बनाना चाहते हैं। मंत्रियों के फ़ोन टैप किए गए हैं। न्यायाधीशों के फ़ोन टैप किए गए हैं। पेगासस स्पाइवेयर ने न्यायपालिका, राजनेताओं, मीडियाकर्मियों के फ़ोन को इंटरसेप्ट किया।'

सत्य हिंदी ऐप डाउनलोड करें