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'टाइम' के 100 लोगों की सूची में मोदी, 'जिन्होंने भारत को धर्मनिरपेक्षता से दूर धकेला'

'टाइम' के 100 लोगों की सूची में मोदी, 'जिन्होंने भारत को धर्मनिरपेक्षता से दूर धकेला'

'टाइम' पत्रिका का कहना है कि नरेंद्र मोदी ने भारत को धर्मनिरपेक्षता से दूर कर हिन्दू राष्ट्रवाद की और धकेल दिया। 'टाइम' ने ऐसा क्यों कहा?

अमेरिका से छपने वाली अंतरराष्ट्रीय 'टाइम' मैगज़ीन के '2021 के सबसे प्रभावशाली 100 लोगों' की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम है। लेकिन उनका नाम ग़लत कारणों से है, जिन पर उन्हें या उनकी पार्टी या देशवासियों को गर्व नहीं हो सकता है। 

नरेंद्र मोदी को 'टाइम मैगजीन के 100 सबसे अधिक प्रभावशाली लोगों' की सूची में इस रूप में शामिल किया गया है कि उन्होंने 'भारत को धर्मनिरपेक्षता से दूर और हिन्दू राष्ट्रवाद की ओर धकेल दिया' और मुसलमानों के 'अधिकारों में कटौती' कर दी। 

भारतीय मूल के अमेरिकी पत्रकार फ़रीद ज़करिया ने नरेंद्र मोदी का प्रोफाइल लिखा है। उन्होंने उसमें लिखा है कि

प्रधानमंत्री मोदी ने पत्रकारों को डराया-धमकाया और जेलों में डाल दिया, उन्होंने ऐसे क़ानून पारित किए जिनसे भारत के हज़ारों ग़ैरसरकारी संगठन और समूहों को पंगु बना दिया गया।

फ़रीद ज़करिया ने कहा है कि जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद सबसे अहम नेता नरेंद्र मोदी हैं। 

ज़करिया ने लिखा, 

जवाहरलाल नेहरू ने प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में भारत के लिए धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक ढाँचा बनाया। इंदिरा गांधी इसके सबसे कठिन समय में सत्ता में रहीं, उनके समय में युद्ध हुए, नागरिक आन्दोलन हुए और आपातकाल लगाया गया। नरेंद्र मोदी उसके बाद से तीसरे सबसे प्रभावशाली नेता हुए।


टाइम मैगज़ीन

ममता बनर्जी

'टाइम' पत्रिका का कहना है कि नरेंद्र मोदी कोविड-19 से ग़लत ढंग से निपटने के बावजूद लोकप्रिय बने हुए हैं। कोरोना से हुई मौतें आधिकारिक संख्या से बहुत ज़्यादा हैं। 

 - Satya Hindi

उनके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममत बनर्जी और सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ़ इंडिया के अदार पूनावाला के नाम भी इस सूची में हैं। 

पत्रकार बरखा दत्त ने ममता बनर्जी के प्रोफाइल में लिखा है कि 'मोदी के आक्रामक प्रचार अभियान के बावजूद वह तीसरी बार अपने राज्य का चुनाव जीतने में कामयाब रही हैं।' 

ममता बनर्जी को मोदी को रोकने के लिए बनने वाले 'विपक्षी गठजोड़ की धुरी' बताया गया है। 

ममता बनर्जी को 'स्वनिर्मित स्ट्रीट फाइटर' बताया गया है। उन्हें 'स्ट्रीट फाइटर स्पिरिट' से भरपूर बताया गया है और कहा गया है कि उन्होंने खुद को बनाया है। 

बरखा दत्त ने लिखा है, 

सड़क पर उतर कर लड़ने की क्षमता और खुद को निर्मित करने की वजह से इस पितृसत्तात्मक समाज में उनकी अलग पहचान है। यदि मोदी को रोकने के लिए कोई गठजोड़ बनता है तो ममता बनर्जी निश्चित तौर पर उसके केंद्र में रहेंगी।


टाइम मैगज़ीन

अदार पूनावाला

'टाइम' मैगजीन की इस सूची में तीसरे व्यक्ति के रूप में अदार पूनावाला का भी नाम हैं। अदार पूनावाला का प्रोफाइल पत्रकार अभिश्यंत किडानगूर ने लिखा है। अदार पूनावाला के बारे में कहा गया है कि 'ये वे व्यक्ति हैं जो कोरोना महामारी ख़त्म करने में दुनिया की मदद कर सकते हैं।' 

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उनकी तारीफ इस वायदे के लिए की गई है कि वे कोरोना टीके की 1.1 अरब खुराक तैयार कर देंगे और बाद में समय मिलने पर इसे दूना कर देंगे। इसमें उन बाधाओं की चर्चा की गई है, जिससे पूनावाला को गुजरना पड़ा है। इसमें पुणे के कारखाने आग, कच्चे माल की कमी दूसरे देशों से आयात पर प्रतिबंध भी शामिल हैं। 

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