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गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है : पीएम मोदी 

गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है : पीएम मोदी 

पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन समारोह में शामिल हुए। 

पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर पीएम ने कहा कि, "गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि जीवंत आस्था है। मानव मूल्यों को बचाने के लिए गीता प्रेस जैसी संस्थाएं जन्म लेती हैं।  "गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। इसके नाम और काम में भी गीता है। जहां गीता है वहां साक्षात कृष्ण भी हैं। जब संतों का आशीर्वाद फलीभूत होता है, तब ऐसे संस्थान बनते हैं। 1923 में गीता प्रेस के रूप में  यहां जो आध्यात्मिक ज्योति प्रज्ज्वलित हुई, आज उसका प्रकाश पूरी मानवता का मार्गदर्शन कर रहा है। हमारा सौभाग्य ही है कि हम सभी इस मानवीय मिशन की स्वर्ण शताब्दी के साक्षी बन रहे हैं। 

 उन्होंने कहा कि गीता प्रेस भारत को जोड़ती है। देश के हर रेलवे स्टेशन पर गीता प्रेस का स्टॉल देखने को मिलता है। गीता प्रेस एक भारत श्रेष्ठ भारत को, प्रतिनिधित्व देती है। इसके 100 वर्ष का सफर ऐसे समय में पूरा हो रहा है जब देश आजादी के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहा है।  पीएम मोदी ने कहा कि गीता प्रेस से करोड़ों किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। ये किताबें लागत से कम मूल्य पर बिकती हैं। आप कल्पना करिए इन किताबों ने कितने समर्पित नागरिकों का निर्माण किया होगा। मैं ऐसे लोगों को प्रणाम करता हूं। 

गांधी जी का गीता प्रेस से भावनात्मक जुड़ाव था

प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी सरकार ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरुस्कार भी दिया है। गांधी जी का गीता प्रेस से भावनात्मक जुड़ाव था। एक समय में गांधी जी कल्याण पत्रिका के माध्यम से गीता प्रेस के लिए लिखा करते थे। मुझे बताया गया है कि गांधी जी ने ही सुझाव दिया था कि कल्याण पत्रिका में विज्ञापन न छापे जाएं। कल्याण पत्रिका आज भी गांधी जी के सुझाव का शत प्रतिशत पालन कर रही है। उन्होंने कहा कि 1923 में गीता प्रेस के रूप में यहां जो आध्यात्मिक ज्योति प्रज्ज्वलित हुई थी, आज उसका प्रकाश मानवता का मार्गदर्शन कर रहा है। गीता प्रेस जैसी संस्था सिर्फ धर्म और कर्म से ही नहीं जुड़ी है बल्कि इसका एक राष्ट्रीय चरित्र भी है। गीता प्रेस भारत को जोड़ती है, भारत की एकजुटता को सशक्त करती है। गीता प्रेस एक ऐसा संस्थान है जिसने हमेशा सामाजिक मूल्यों को समृद्ध किया है। लोगों को कर्तव्य पथ का रास्ता दिखाया है। 

गोरखपुर रेलवे स्टेशन का होगा आधुनिकीकरण

गीता प्रेस में अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि "इस बार का मेरा गोरखपुर दौरा 'विकास भी-विरासत भी' की नीति का अद्भुत उदाहरण है। इस कार्यक्रम के बाद मैं गोरखपुर रेलवे स्टेशन जाऊंगा। आज से ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का काम भी शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन ने देश के मध्यम वर्ग को सुविधा और सहूलियत की एक नई उड़ान दी है। गीता प्रेस शताब्‍दी वर्ष समापन समारोह में उत्तरप्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।   

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