मनमोहन सिंह पर बनी फ़िल्म विवादों में, कांग्रेस रिलीज़ के ख़िलाफ़
यह ट्रेलर है फ़िल्म 'द एक्सीडेंट प्राइम मिनिस्टर' का। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर बनी यह फ़िल्म विवादों के केंद्र में आ गई है। इसके साथ ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने एक दूसरे पर हमला कर दिया है।
विवाद की जड़ में बीजेपी का ट्वीट है। बीजेपी ने एक साथ फ़िल्म की तारीफ़ और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि यह फ़िल्म दिलचस्प कहानी है उस परिवार की, जिसने देश को 10 साल तक बंधक बना कर रखा। उसने यह भी पूछा है कि क्या डा. मनमोहन सिंह सिर्फ एक रीजेंट थे जो प्रधामंत्री की कुर्सी पर तब तक बैठे रहे जब तक इसके लिए दूसरे तैयार नहीं हो गए
Riveting tale of how a family held the country to ransom for 10 long years. Was Dr Singh just a regent who was holding on to the PM’s chair till the time heir was ready Watch the official trailer of #TheAccidentalPrimeMinister, based on an insider’s account, releasing on 11 Jan! pic.twitter.com/ToliKa8xaH
— BJP (@BJP4India) December 27, 2018
महाराष्ट्र कांग्रेस ने माँग की है कि फ़िल्म रिलीज़ करने से पहले कांग्रेस को दिखाया जाना चाहिए। पार्टी का आरोप है कि फ़िल्म में जानबूझ कर कांग्रेस, गाँधी परिवार और मनमोहन सिंह के बारे में ग़लत बातें दिखाई गई हैं। महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजित ताम्बे पाटिल ने फ़िल्म के प्रड्यूसर को चिट्ठी लिख कर कहा है कि 11 जनवरी को रिलीज़ होने से पहले फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग कांग्रेस के नेताओं के लिए रखी जाए।
फ़िल्म में सोनिया गाँधी की भूमिका जर्मन अभिनेत्री सुज़ेन बर्नर्ट और प्रियंका की भूमिका अहाना कमरा ने निभाई है। इसके अलावा अर्जुन माथुर राहुल गाँधी और अक्षय खन्ना संजय बारू बने हैं। फ़िल्म पर पहले भी चर्चा हुई थी। इसमें अनुपम खेर के अभिनय की तारीफ़ की गई थी। खेर मंझे हुए कलाकार हैं। मूल रूप से अराजनीतिक खेर ने कई बार ऐसी बातें कही है, जिससे लगता है कि उनकी सहानुभूति बीजेपी के प्रति है।
यह फ़िल्म मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रह चुके संजय बारू की किताब 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर आधारित है। इसमें मनमोहन सिंह की भूमिका अनुपम खेर ने की है। मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री बनने के बाद पत्रकार बारू को अपना मीडिया सलाहकार नियु्क्त किया, पर बाद में बारू ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। उसके बाद उन्होंने यह पुस्तक लिखी। लेकिन यह किताब लिखने के पहले उन्होंने डॉक्टर सिंह की राय नहीं ली थी न ही उन्हें किताब दिखाई थी। इस किताब पर कांग्रेस, सोनिया गाँधी और सिंह की काफ़ी किरकिरी हुई थी, क्योंकि इसमें मनमोहन सिंह के कामकाज और सोनिया गाँधी के हस्तक्षेप के बारे में काफ़ी कुछ लिखा गया था।
डॉक्टर सिंह ने इस फ़िल्म पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सवाल पूछे जाने पर सिर्फ़ इतना कहा, 'नो कमेंट!' लेकिन इसके पहले एक बार उन्होने कहा था कि वे 'एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर ही नहीं, एक्सीडेंटल वित्त मंत्री भी थे।' फ़िल्म पर तो उनकी राय का पता नहीं चला, पर इसी नाम से छपी किताब से खुश नहीं थे।
#WATCH Former Prime Minister Dr.Manmohan Singh evades question on the film #TheAccidentalPrimeMinister pic.twitter.com/IkYeNibGSj
— ANI (@ANI) December 28, 2018
विवादों की परवाह किए बग़ैर काेंग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी मनमोहन सिंह के साथ पार्टी की स्थापना दिवस मनाते हुए दिखे। उन्होंने इस मौके पर जो ट्वीट किया, उसमें एक तस्वीर में उनके साथ सिंह भी दिख रहे हैं।
On #CongressFoundationDay let us celebrate & acknowledge the selfless service & contributions of millions of Congress workers, men & women, who have helped build & sustain the Congress party over the ages. We owe these unsung heroes our gratitude & respect.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 28, 2018
I salute them all. pic.twitter.com/nJyHZmcIXd
फ़िल्म में मनमोहन सिंह की भूमिका निभाने वाले अनुपम खेर ने भी ट्वीट किया है। पर उन्होंने महज इतना कहा कि लोग उनकी जिस फ़िल्म का बहुत दिनोें से इंतजार कर रहे थे, वह रिलीज़ होने वाली है।
Ladies and Gentlemen!! Presenting the trailer of our highly anticipated film #TheAccidentalPrimeMinister. 🙏👇
— Anupam Kher (@AnupamPKher) December 27, 2018
The Accidental Prime Minister | Official Trailer | Releasing January 11 ... https://t.co/TUu4AsTgHM
अनुपम खेर ने यह भी कहा है कि लोग फ़िल्म का जितना विरोध करेंगे, उसका उतना ही प्रचार होगा। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि किताब तो बहुत पहले छप कर आई, उस समय तो उसका विरोध नहीं हुआ था, फिर आज इतनी हाय तौबा क्यों
Anupam Kher: More they protest, more publicity they will give to the film. The book has been out since 2014, no protests were held since then, so the film is based on that. #TheAccidentalPrimeMinister pic.twitter.com/VyCGKTZWJ0
— ANI (@ANI) December 28, 2018
कुछ लोग ट्वीटर पर बीजेपी कौ भी निशाने पर ले रहे है ंऔर उसकी नीयत पर सवाल कर रहे हैं। कुछ लोगों ने पूछा है कि बीजेपी का आधिकारिक ट्वीटर हैंडल भला फ़िल्म रिलीज़ के बारे में जानकारी कब से देने लगा साफ़ है, बीजेपी चुनाव के पहले विपक्ष को बदनाम करना चाहती है।
When was the last time BJP India's official handle promoted trailer for a movie Clearly this movie is intended to malign opposition before 2019 elections. If only they could come up with the trailer before Rajasthan & MP elections 🤣
— Dr Aaron (@AaronRamsay5) December 27, 2018
केद्रीय खेलकूद मंत्री राज्यवर्द्धन राठौड़ ने कांग्रेस पर तंज करते हुए ट्वीट किया कि वह तो हमेशा आज़ादी की बात करती रही है, अब क्या हुआ।
I&B Minister Rajyavardhan Singh Rathore on #TheAccidentalPrimeMinister trailer tweeted from BJP handle: Can’t we extend our wishes for a film Congress has been all for freedom, why is it questioning that freedom now pic.twitter.com/09KIwguFYz
— ANI (@ANI) December 28, 2018
इस फ़िल्म के अपने राजनीतिक निहितार्थ हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। यह फ़िल्म आम चुनावों के ठीक पहले आ रही है। इसमें कांग्रेस पार्टी और सोनिया गाँधी की जो छवि पेश की गई है, वह कांग्रेस के लिए असुविधानजक है। बीजेपी इसका पूरा फ़ायदा उठाएगी। वह यह प्रचारित करेगी कि मनमोहन सिंह के नाम पर सोनिया गाँधी शासन कर रही थीं। वह चुनाव के दौरान इसे मुद्दा बना सकती है और सोनिया को कटघरे में खड़ा कर सकती है।