प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भट्टी विक्रमार्क ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
रेवंत रेड्डी एक वाहन में कांग्रेस की वयोवृद्ध नेता सोनिया गांधी के साथ शपथ ग्रहण स्थल तक पहुंचे। वाहन को एक पालकी की तरह सजाया गया था। सोनिया गांधी सबसे आगे खड़ी थीं और रेवंत उनके पीछे खड़े थे।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी सांसद राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रेवंत रेड्डी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए गुरुवार सुबह हैदराबाद पहुंच गए थे। एयरपोर्ट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने उनकी अगवानी की।
तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष अनुमुला रेवंत रेड्डी गुरुवार को हैदराबाद के एलबी स्टेडियम में एक भव्य समारोह में नए मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई गई। उत्तम कुमार रेड्डी, श्रीधर बाबू, पोन्नम प्रभाकर, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, दामोदर राजनरसिम्हा, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, दाना अनसूया, तुम्मला नागेश्वर राव, कोंडा सुरेखा और जुपल्ली कृष्णा राव के मंत्री बनने की उम्मीद हैं। मल्लू भट्टी विक्रमार्क को तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने निर्वाचित मुख्यमंत्री के साथ शपथ ली।
तेलंगाना 2014 में बना था और इसमें कांग्रेस ने ही मुख्य भूमिका निभाई लेकिन के. चंद्रशेखर राव ने कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली और तेलंगाना की सत्ता हासिल कर ली। तभी से कांग्रेस कोशिश में थी। उसे इस मिशन को पूरा करने में दस साल लगे। रेवंत रेड्डी की वजह से कांग्रेस का सपना अब साकार हो गया। केसीआर की बीआरएस पार्टी इस विधानसभा चुनाव में धूल चाट चुकी है।
गुरुवार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी हैदराबाद पहुंच गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी माणिकराव ठाकरे समारोह में शामिल हुए। इस समारोह में विभिन्न राज्यों के कांग्रेस प्रमुख भी आए।
इस भव्य कार्यक्रम में तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर को भी आमंत्रित किया गया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उनके डिप्टी डीके शिवकुमार शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे।टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को भी आमंत्रित किया गया था।
रेवंत रेड्डी कार्यालय का कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले कामकाज में चुनावी गारंटी को पूरा करने वाली एक फाइल पर हस्ताक्षर करेंगे। नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री 38 वर्षीय महिला को पहली नौकरी देंगे जिसका उन्होंने वादा किया था।