तेलंगाना:समय पूर्व चुनाव की आहट, बीजेपी ने शुरु की तैयारियां
तेलंगाना में समय से पहले चुनाव कराए जाने की संभावनाओं के बीच भाजपा ने भी तैयारियां शुरु कर दी हैं। इस संबंध में आज अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष संजय बांदी, और पार्टी इंचार्ज तरुण चुग ने आज दिल्ली में एक बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में समय से पहले चुनाव कराये जाने पर पार्टी का तैयारियों से संबधित था।
तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष संजय बांदी ने पिछले महीने एक बयान में कहा था कि पार्टी समय से पूर्व चुनाव कराए जाने को लेकर तैयार है, और किसी भी वक्त चुनाव में जा सकती है।
पिछले दिनों तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष ने एक बयान में कहा था कि अगर हम सरकार में आते हैं तो राज्य सरकार के सचिवालय को गिरा देंगे क्योंकि इससे निजाम राज्य की झलक दिखती है। बीजेपी केसीआर को घेरने की हरसंभव कोशिश कर रही है। माना जा रहा है कि बीजेपी केसीआर को घेरने के लिए दिल्ली की लिकर पॉलसी में आये केसीआर की बेटी के नाम को मुद्दा बना सकती है। इस संबंध में तेलंगाना बीजेपी के एक नेता ने बयान देते हुए कहा था कि जांच एजेंसियां जल्द ही केसीआर की बेटी के कविता को गिरफ्तार करेंगी।
दिल्ली शराब घोटाले में ईडी ने अपनी चार्जशीट में के. कविता को आरोपी बनाया है, उनपर आरोप के है कि एक शराब कंपनी में उनकी 65 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी है। ईडी इस मामले में कविता के पूर्व सहयोगी बुची बाबू गोरंतला को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
दक्षिण भारत में इस साल कर्नाटक और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। कर्नाटक में तो बीजेपी की सरकार है, लेकिन चुनाव बाद स्थिति बदलने की संभावनाएं बताई जा रही हैं। ऐसे में बीजेपी का प्रयास है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिण के किसी राज्य में सरकार बनाकर रखी जाए। तेलंगाना और कर्नाटक ही दो राज्य हैं जहां बीजेपी को कुछ संभावनाएं नजर आ रही हैं। कर्नाटक में तो पार्टी पहले से ही काफी सक्रिय है। इस साल के शुरुआती दो महीनों में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच बार कर्नाटक का दौरा कर चुके हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस मीटिंग के बाद तेलंगाना में भी इस तरह के दौरे और रेलियां शुरु होंगी।
इस साल के शुरुआती दो महीनों में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच बार कर्नाटक का दौरा कर चुके हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि इस मीटिंग के बाद तेलंगाना में भी इस तरह के दौरे और रेलियां शुरु होंगी।
केसीआर ने हाल ही में अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर दिया था। पार्टी का नाम बदलने के बाद से वे लगातार सक्रिय हैं। पार्टी का नाम बदलने के बाद अपनी पहली रैली में उन्होंने अलग राज्यों के नेताओं को आमंत्रित किया था। इसमें अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान भी शामिल हुए थे।
इस रैली के बाद से अनुमान लगाया जा रहा था कि केसीआर राज्य में जल्द ही चुनाव करा सकते हैं। माना जा रहा है कि केसीआर राज्य विधानसभा चुनाव जीतकर आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद पर दावा जता सकते हैं। इसलिए वे भाजपा और कांग्रेस से इतर एक अलग तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद में लगे हुए हैं। जिसमें उन्हें अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिसा के नवीन पटनायक का साथ मिला हुआ है। जो भाजपा और भाजपा और कांग्रेस के साथ जाने से हिचकिचा रहे हैं।
केसीआर राज्य विधानसभा चुनाव जीतकर आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद पर दावा जता सकते हैं। इसलिए वे भाजपा और कांग्रेस से इतर एक अलग तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद में लगे हुए हैं।
केसीआर की इस रैली में सबसे ज्यादा चौंकाने वाला कदम अखिलेश यादव का पहुंचना था। क्योंकि समाजवादी खेमें से लालू प्रसाद यादव, नीतिश कुमार कांग्रेस के साथ गठबंधन के प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा था कि अखिलेश यादव भी इस गठबंधन का हिस्सा होंगे।