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बिहार महागठबंधन में मतभेद दूर, सीटों का किया एलान

बिहार महागठबंधन में मतभेद दूर, सीटों का किया एलान

महागठबंधन में सीटों का बँटवारा होने के बाद भी बिहार की दरभंगा, सुपौल और मधेपुरा लोकसभा सीट को लेकर आरजेडी-कांग्रेस में मतभेद थे। अब आगे क्या?

तमाम विवादों और राजनीतिक मतभेदों के बीच शुक्रवार को बिहार में विपक्षी दलों के महागठबंधन ने सीटों का एलान कर दिया है। राष्ट्र्रीय जनता दल यानी आरजेडी के प्रमुख तेजस्वी यादव ने पाटलीपुत्र से मीसा भारती के चुनाव लड़ने का एलान करते हुए कहा है कि मधेपुरा से शरद यादव मैदान में होंगे। उन्होंने कहा कि आरजेडी भागलपुर, बाँका, मधेपुरा और दरभंगा सहित 19 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। कांग्रेस 9 सीटों पर और आरएलएसपी पाँच सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भागलपुर, मधेपुरा और दरभंगा सहित कई सीटों पर आरजेडी और कांग्रेस के बीच आख़िर समय तक बात नहीं बन सकी थी और दोनों दलों के बीच मतभेद थे। 

बता दें कि पहले महागठबंधन में सीटों का बँटवारा होने के बाद भी बिहार की दरभंगा, सुपौल और मधेपुरा लोकसभा सीट को लेकर आरजेडी-कांग्रेस में मतभेद थे। आशंका तो यहाँ तक जताई जाने लगी थी कि चुनाव से पहले की कहीं महागठबंधन में फूट न पड़ जाए। इसी मतभेद के कारण शत्रुघ्न सिन्हा की गुरुवार को कांग्रेस में शामिल करने का कार्यक्रम टल गया था। बाद में शत्रुघ्न सिन्हा ने राहुल गाँधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं से मुलाक़ात की। सिन्हा ने यह भी साफ़ कर दिया कि हालात जैसे भी हो, वह पटना साहिब से ही चुनाव लड़ेंगे। अब वह 6 अप्रैल को कांग्रेस में शामिल होंगे। बताया जाता है कि यह मामला सोनिया गाँधी तक पहुँच गया था।

इससे पहले महागठबंधन में सीटों के बँटवारे को लेकर भी काफ़ी समय तक गहमागहमी रही थी और राहुल गाँधी को दखल देना पड़ा था। चुनाव की तारीख़ों के एलान के बाद बिहार में विपक्षी महागठबंधन ने आख़िरकार लंबी जद्दोजहद के बीच सीटों के बँटवारे का एलान किया था, लेकिन दरभंगा और सुपौल सीट को लेकर कांग्रेस और आरजेडी में मतभेद उभर आए थे।

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