साथ आएं क्षेत्रीय दल; कांग्रेस के बिना नहीं बन सकता विपक्ष : तेजस्वी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरह बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के ख़िलाफ़ एक संभावित फ्रंट की वकालत की है।
तेजस्वी ने बीते साल हुए बिहार के विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर आरजेडी की कमान संभाली थी और उनकी पार्टी ने सीटों की संख्या के मामले में बीजेपी को पीछे छोड़ दिया था। बीजेपी मामूली बहुमत से नीतीश व अन्य सहयोगी दलों के साथ राज्य में सरकार बना सकी थी।
‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को दिए लंबे-चौड़े इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने कहा है कि आज कोई भी बीजेपी के ख़िलाफ़ बोलता है तो सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स की एजेंसियां उसके पीछे लग जाती हैं और जो बीजेपी से समझौता कर लेता है, उसके सारे पाप धुल जाते हैं लेकिन अब धीरे-धीरे इन लोगों का पर्दाफ़ाश होता जा रहा है।
लालू यादव की राजनीति विरासत के उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी ने कहा कि केंद्र सरकार एलआईसी, बीएसएनएल, एयर इंडिया, सेल सहित कई संस्थानों को बेच रही है।
विकल्प देने की जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पूरे देश में आधार है और बिना कांग्रेस के साथ आए विपक्ष नहीं बन सकता है। तेजस्वी ने कहा कि लोग अब स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने ग़लत पार्टी को वोद दे दिया और अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम देश के अंदर एक विकल्प दें।
ममता बनर्जी की ही तरह तेजस्वी ने भी इस बात पर जोर दिया कि सभी को साथ आना होगा। उन्होंने कहा, “हमें देश को बचाने के लिए अपने अहंकार और मतभेदों को किनारे रखना होगा। हमें इस बात को भूल जाना चाहिए कि किसे क्या पद मिला है क्योंकि अगर देश बचेगा तो हमें भी पद मिल जाएंगे और अगर बीजेपी कुछ और वक़्त तक सत्ता में रही तो देश नहीं बच पाएगा।”
क्षेत्रीय दलों को रखें आगे
तेजस्वी ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियों को हटा दें तो 200 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुक़ाबला है लेकिन जहां पर क्षेत्रीय दल मज़बूत हैं, उन्हें मुक़ाबले में आगे रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका वक़्त आ चुका है। एक सवाल के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी-आरएसएस का एजेंडा भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का है।
तेजस्वी ने कहा कि बंगाल चुनाव के नतीजों ने देश को अच्छा संदेश दिया है और इससे पता चलता है कि लोग सेक्युलरिज्म में भरोसा रखते हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पार्टियों के नेता बीच-बीच में मिलते रहते हैं, सभी लोग देश को लेकर चिंतित हैं और बहुत जल्द एक रणनीति सामने आएगी।
बिहार में नीतीश सरकार को लगातार घेरने में जुटे तेजस्वी ने कहा कि वह हमेशा इस बात को कहते हैं कि सभी को साथ आना चाहिए और इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी बातें लोगों तक पहुंचें। उन्होंने कहा कि हमें हर राज्य में जाना चाहिए और लोगों को बताना चाहिए कि सरकार ने कौन से वादे पूरे नहीं किए।
‘हम ए टू जेड पार्टी हैं’
बिहार में कई छोटे दलों के गठबंधन ने उनके वोटों में सेंध लगाई। यादव ने कहा कि उन्होंने चुनाव में रोज़गार को अहम मुद्दा बनाया और बीजेपी को मुद्दों पर बात करने के लिए मजबूर कर दिया। यादव ने कहा कि आरजेडी को मुसलमानों-यादवों की पार्टी माना जाता है लेकिन हम ए टू जेड पार्टी हैं।
यादव ने कहा कि अब हमें आर्थिक न्याय की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि किसानों की हालत मजदूरों से भी बदतर है। उन्होंने चिराग पासवान को लेकर कहा कि उन्हें अपनी विचारधारा को लेकर स्थिति साफ करनी होगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में दिल्ली का दौरा कर कई विपक्षी नेताओं से मुलाक़ात की थी। ममता ने भी विपक्षी दलों के नेताओं से साथ आकर फ्रंट बनाने की अपील की थी।