विवाद के बाद स्वपन दासगुप्ता का राज्यसभा से इस्तीफ़ा
पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से टिकट दिए जाने के बाद सवालों का सामना कर रहे राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता ने मंगलवार को राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को अपना इस्तीफ़ा भेज दिया है।
बीजेपी ने दासगुप्ता को हुगली जिले की तारकेश्वर सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने दासगुप्ता के नामांकन को लेकर सवाल उठाया था। मोइत्रा ने इस मामले में संविधान की 10वीं अनुसूची के प्रावधानों का हवाला दिया था।
10वीं अनुसूची में दलबदल के मुद्दे पर अयोग्यता के नियम 3 में कहा गया है कि किसी सदन का नामित सदस्य तब अयोग्य घोषित किया जाएगा यदि वह शपथ लेने के 6 महीने की अवधि ख़त्म होने के बाद किसी राजनीतिक दल में शामिल हो जाता है। तब सवाल उठ रहा था कि क्या दासगुप्ता बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
बीजेपी ने स्वपन दासगुप्ता के अलावा केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को टॉलीगंज विधानसभा सीट से, बांग्ला फ़िल्मों की अभिनेत्री व हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी को चुंचुड़ा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। पश्चिम बंगाल के ही कूच बिहार से सांसद निशीथ प्रामाणिक को दिनहाटा विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा गया है।
जाने माने अर्थशास्त्री अशोक लाहिड़ी को अलीपुर दुआर से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा बीते दिनों तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी को डोमजूर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है।