अब 'मिर्ज़ापुर' की मुसीबत, सुप्रीम कोर्ट का नोटिस, जाँच शुरू
स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म एमेज़ॉन प्राइम वीडियो की दिक्क़तें बढ़ती जा रही हैं। वेब सिरीज़ 'तांडव' का मामला अभी चल ही रहा है कि उसके एक और वेब सिरीज़ पर विवाद गहरा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने वेब सिरीज़ 'मिर्ज़ापुर' को लेकर एमेज़ॉन को नोटिस जारी किया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश से एक पुलिस टीम मुंबई गई और उसने जाँच शुरू कर दी है।
शहर की छवि ख़राब करने का आरोप
उत्तर प्रदेश के शहर मिर्ज़ापुर के पत्रकार अरविंद चतुर्वेदी की शिकायत पर सुप्रीम कोर्ट ने यह नोटिस दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके शहर को ग़लत ढंग से दिखाया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने इस पूरे मामले की जाँच का आदेश दे दिया है।
याचिकाकर्ता ने कहा है कि वेब सिरीज़ में 'मिर्ज़ापुर' शहर को आतंक के गढ़ और ग़ैरक़ानूनी गतिविधियों के केंद्र के रूप में दिखाया गया है।
उत्तर प्रदेश से बीजेपी सांसद विनोद सोनकर ने भी 'मिर्ज़ापुर' के निर्माता के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की माँग की है। उन्होंने कहा है कि इस फ़िल्म से उस शहर की छवि देश-दुनिया में बिगाड़ी गई है, जिससे वहाँ के निवासियों की भावनाएँ आहत हुई हैं।
विवादों में एमेज़ॉन प्राइम
इसके पहले से ही वेब सिरीज़ 'तांडव' पर विवाद चल रहा है। अदालत में दायर एक याचिका में कहा गया है कि इस वेब सिरीज़ में लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई गई है। कहा गया है कि हिन्दू देवी-देवताओं के ग़लत चित्रण और डायलॉग से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इस पर काफी विवाद होने के बाद निर्माता ने कहा है कि वे विवादास्पद दृश्यों को हटा देंगे और उसे नए ढंग से फिर पेश किया जाएगा।
'तांडव' के निर्देशक अली अब्बास ज़फर ने एक बयान जारी कर कहा है कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था और वे एक बार फिर इसके लिए लोगों से माफी माँगते हैं।
'माफ़ी से काम नहीं चलेगा'
इस पर विवाद की स्थिति का अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि लखनऊ, नोएडा के बाद मुंबई में भी इसके निर्देशक के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज हुई है। तांडव के ख़िलाफ़ लखनऊ के हज़रतगंज पुलिस थाने में एफ़आईआर दर्ज कराई गई थी। यूपी पुलिस की टीम एफ़आईआर में दर्ज सभी लोगों से पूछताछ करेगी। मुंबई पहुंची यूपी पुलिस की विशेष टीम मामले की जाँच में जुटी हुई है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने कहा कि वेब सीरीज 'तांडव' के निर्माताओं ने तब माफी मांगी जब हमने इसका विरोध किया और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि महज इस माफी से काम नहीं चलने वाला बल्कि शपथपत्र देकर फिल्म जगत में काम करने वाले सभी संप्रदाय विशेष के कलाकार माफी मांगें और कहें कि आगे से कभी इस तरह की गलती नहीं करेंगे।
इतने विवाद के बाद केंद्र सरकार ने कहा है कि वह फ़िल्म की तरह वेब सिरीज़ को भी रिलीज़ के पहले सर्टिफिकेट लेने की बाध्यता पर विचार कर रही है। यदि ऐसा हुआ तो वेब सिरीज़ पर भी सेंसरशिप लागू हो जाएगी।