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क्या चली जाएगी सनी देओल की संसद सदस्यता?

क्या चली जाएगी सनी देओल की संसद सदस्यता?

पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी सांसद सनी देओल के ख़िलाफ़ चुनाव में उनके द्वारा निर्धारित से ज़्यादा ख़र्च करने की शिकायतें मिलने के बाद अब उनकी लोकसभा सदस्यता ख़तरे में पड़ गई है। 

पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी सांसद और सिने स्टार सनी देओल की लोकसभा सदस्यता ख़तरे में पड़ गई है। दरअसल, पोल वॉचडॉग को सनी देओल के ख़िलाफ़ चुनाव में निर्धारित सीमा से ज़्यादा ख़र्च करने की शिकायतें मिली हैं। अगर तय नियमों के तहत कार्रवाई हुई तो सनी देओल की सदस्यता रद्द हो सकती है। ऐसे में गुरदासपुर से चुनाव हारे पंजाब कांग्रेस के मुखिया सुनील जाखड़ लोकसभा सांसद बन सकते हैं। बता दें कि जींस, सफेद शर्ट और ब्लेज़र पहने सनी देओल ने लोकसभा में मंगलवार को ही 'भारत माता की जय' जैसे नारों के बीच शपथ ली है।

इन दिनों पंजाब कांग्रेस में ख़ासी हलचल है। चंडीगढ़ से लेकर गुरदासपुर व दिल्ली तक सनी देओल का यह मामला चर्चा के केन्द्र में है। बीजेपी सांसद सनी देओल पर लोकसभा चुनाव में निर्धारित तय सीमा से अधिक ख़र्च करने का आरोप लगने के बाद अब कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इस बारे में दस्तावेज़ी सबूतों के साथ चुनाव आयोग को शिकायत मिली है। उसके बाद पंजाब में चुनाव आयोग हरकत में आया है।

दस्तावेज़ों के आधार पर चुनाव आयोग नोटिस जारी करने पर विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग को मिले दस्तावेज़ों के मुताबिक़, सनी देओल ने चुनाव के दौरान 86 लाख रुपये ख़र्च किए, जबकि ख़र्च की सीमा 70 लाख रुपये ही है। नियमों के मुताबिक़ तय सीमा से ज़्यादा ख़र्च करने पर संबंधित उम्मीदवार के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जा सकती है।

आयोग की नियमावली के मुताबिक़, अगर कोई उम्मीदवार ज़्यादा ख़र्च करके जीत भी गया और बाद में ख़र्च सीमा के उल्लंघन की पुष्टि हुई तो आयोग कार्रवाई कर जीते हुए उम्मीदवार की सदस्यता रद्द कर दूसरे नंबर पर रहे उम्मीदवार को विजेता तक घोषित कर सकता है।

क्या है कहता है क़ानून

चुनाव आयोग के मुताबिक़ आरपी एक्ट 1951 की धारा 77 के मुताबिक़ अगर कोई उम्मीदवार निर्धारित सीमा से ज़्यादा ख़र्च कर चुनाव आयोग से इसकी जानकारी छिपाता है तो उसे डिस्क्वालिफ़ाई यानी अयोग्य घोषित किया जा सकता है।

अब सनी देओल के हिसाब-किताब में लगे चुनाव पर्यवेक्षकों ने उनसे दोबारा जानकारी माँगी है। सनी देओल के क़ानूनी सलाहकारों का कहना है कि चुनाव ख़र्च का हिसाब-किताब लगाने में चुनाव आयोग की टीम से ग़लती हो गई है। जल्द ही चुनाव पर्यवेक्षकों को जाँच करने के बाद सही ख़र्च की जानकारी दे दी जाएगी। 

इस बीच, कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने कहा कि नियमों का उल्लंघन साबित होने पर चुनाव आयोग को सनी देओल के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी चाहिए।

दूसरे उम्मीदवारों ने कितने ख़र्च किए

चुनाव आयोग के आँकड़ों के मुताबिक़ गुरदासपुर सीट से सनी देओल से हारने वाले कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने चुनाव में 63 लाख रुपये, आप के पीटर मसीह ने 7 लाख 65 हज़ार, लालचंद कटारू ने 9 लाख 62 हज़ार रुपये ख़र्च किए हैं। बता दें कि अभिनेता सनी देओल पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार संसद पहुँचे हैं। 

बता दें कि बीजेपी ने चुनाव से कुछ ही दिन पहले सनी देओल को गुरदासपुर लोकसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था। सनी देओल ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ा और उन्हें पंजाब के कांग्रेस के गढ़ में 80,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया।

गुरदासपुर सीट पहले एक अन्य अभिनेता-राजनेता विनोद खन्ना के पास थी, जिनके निधन के बाद बीजेपी को दूसरे चेहरे की तलाश करनी पड़ी थी।

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