कोरोना: शर्मनाक हरकत, महिला सब इंस्पेक्टर ने मजदूर के माथे पर लिखा- ‘मुझसे दूर रहना’
दुनिया के अन्य देशों की ही तरह भारत भी जानलेवा कोरोना वायरस से पूरी ताकत से लड़ रहा है। भारत में 21 दिनों का लाॅकडाउन है। देश के हर कोने से लाॅकडाउन के उल्लंघन की ख़बरें आ रही हैं, जिससे सभी चिंतित हैं। कोरोना से ‘जंग’ में पुलिस बेहद अहम रोल अदा कर रही है। कठोर मानी जाने वाली पुलिस स्वभाव के मुताबिक़ कई जगहों पर सख़्ती कर रही है तो कई जगहों पर लोगों की मदद भी करती दिख रही है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से एक बार फिर पुलिस का सख़्त रूप सामने आया है। जिले के गौरिहार थाने में पदस्थ एक महिला सब इंस्पेक्टर अमिता अग्निहोत्री पर मानवता की सीमाएं लांघने का आरोप लगा है। लाॅकडाउन के चलते छतरपुर जिले के कितपुरा निवासी मजदूर लालू राजपूत काम-धंधा ना मिलने और रोटी के लाले पड़ने की वजह से जैसे-तैसे अपने गांव लौट रहे थे। रास्ते में वह पुलिस के हत्थे चढ़ गये। सब इंस्पेक्टर अमिता ने लाॅकडाउन के उल्लंघन के लिए ना केवल लालू को जमकर खरी-खोटी सुनाई, बल्कि उनके माथे पर पेन से लिख दिया, ‘मैं लाॅक डाउन का पालन नहीं करता, मुझसे दूर रहना।’
सोशल मीडिया पर अमिता अग्निहोत्री का लालू के माथे पर लिखने का यह वीडियो जमकर वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद से मध्य प्रदेश पुलिस सकते में है। वायरल वीडियो में पीछे से आवाज आ रही है। अमिता से कोई कह रहा है, इसके माथे पर लिखो और उसे वाट्सएप ग्रुप पर डालो।
दावा किया जा रहा है कि यह आवाज़ संबंधित थाने के प्रभारी अरविंद दांगी की है, जो अपनी मातहत अमिता को लालू के माथे पर यह लिखने का कथित तौर पर निर्देश दे रहे हैं। यह भी सामने आया है कि अमिता अग्निहोत्री ने लालू राजपूत के माथे पर लिखी गई यह लाइन दो अन्य लोगों के माथे पर भी लिखी है। इन दो लोगों ने भी लाॅकडाउन का उल्लंघन किया था।
इस पूरे मामले को सागर रेंज (छतरपुर जिला इसी रेंज में आता है) के पुलिस महानिरीक्षक अनिल शर्मा ने बेहद गंभीरता से लिया है। अमिता को पहली नज़र में कर्तव्यपरायणता की सीमाएं लांघने का आरोपी मानते हुए आईजी शर्मा ने लाइन हाज़िर कर दिया है और वह मामले की जांच भी करवा रहे हैं। संबंधित थाना प्रभारी को मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। प्रभारी ने इसका जवाब दे दिया है।
आईजी अनिल शर्मा ने मीडिया से बातचीत में स्वीकारा है कि लालू राजपूत और अन्य लोगों के माथे पर मार्कर से यह लिखा जाना किसी भी सूरत में सभ्य समाज के लिए उचित नहीं माना जा सकता। आईजी ने यह भी कहा, ‘कुछ लोगों की ऐसी ही हरकतों से समाज में पूरा महकमा बदनाम होता है।’