छात्र के शव के टुकड़े किए, दोस्तों की सूझबूझ से अरेस्ट
हत्या के बाद शरीर के कई टुकड़े करने की घटनाएं बढ़ रही हैं। ताजा मामला गाजियाबाद जिले से आया है। इस घटना ने पूरे यूपी को हिला दिया है। इस मामले में पुलिस ने मोदी नगर से एक शख्स को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि उसने अपने किरायेदार के करीब 40 लाख रुपये हड़प लिए और उसकी हत्या भी कर दी।आरोपी ने किरायेदार के शरीर के तीन टुकड़े कर दिए और उन्हें कई जगह जंगलों में फेंक दिया।
गाजियाबाद पुलिस ने अंकित खोखर की गला दबाकर हत्या करने के आरोप में उमेश शर्मा नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अंकित उसके घर में किराएदार के रूप में रह रहा था। अंकित मूल रूप से बागपत का रहने वाला था और लखनऊ से पीएचडी कर रहा था।
पुलिस के मुताबिक अंकित ने अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद, हाल ही में अपनी जमीन 1 करोड़ रुपये में बेची थी, जिसमें से उन्होंने लगभग 40 लाख रुपये उमेश को दे दिए थे। मकान मालिक उमेश शर्मा इसे लौटाने की स्थिति में नहीं था। इसलिए उसने अंकित को मारने की योजना बनाई। उसने 6 अक्टूबर को अंकित की गला दबाकर हत्या कर दी।
पुलिस के मुताबिक अंकित के शव को डंप करने और पकड़े न जाने के लिए उसने शव को तीन हिस्सों में काटा। इसके लिए उसने लकड़ी काटने वाली आरी का इस्तेमाल किया। तीनों टुकड़ों को पन्नी में अलग अलग लपेटा और उन्हें मुजफ्फरनगर की खतौली नहर, पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और मसूरी नहर जैसे विभिन्न स्थानों पर फेंक दिया।
इसके बाद उसने अंकित का एटीएम कार्ड अपने दोस्त प्रवेश को दे दिया और बाकी रुपये उत्तराखंड से निकालने को कहा। उधर, अंकित के दोस्त उससे संपर्क न होने पर घबरा गए। वे तलाश में जुटे। दो महीने से अधिक समय तक अंकित से संपर्क न कर पाने पर वे शिकायत दर्ज कराने पुलिस के पास गए। लेकिन, किसी ने शिकायत पर ध्यान नहीं दिया।
फिर दोस्तों ने अंकित की खोज के लिए उसके नाम से वाट्सऐप ग्रुप बनाया। उन्होंने पाया कि अंकित का मोबाइल नंबर एक्टिव है और अंकित भी उस वाट्सऐप ग्रुप पर मौजूद है। आरोपी उमेश शर्मा अंकित बनकर मैसेज भेजने लगा। पूछने पर अपने मैसेज में अपनी लोकेशन कभी कहीं बताता तो कभी कहीं। दोस्तों का शक बढ़ता जा रहा था। अंकित की ओर से भेजे जाने वाले मैसेज में 'तू' शब्द का इस्तेमाल करता था। लेकिन उसके दोस्त यह बात और तथ्य अच्छी तरह जानते थे कि अंकित कभी भी 'तू' शब्द का इस्तेमाल नहीं करते थे। अंकित के एक दोस्त ने पुलिस को इसकी जानकारी दी कि जिस तरह से अंकित व्हाट्सएप संदेश भेजता था, अब आ रहे संदेश उससे अलग हैं।
पुलिस ने उसके बाद उमेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया और सख्ती से पूछताछ की। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इस घटना के संदर्भ में आफताब पूनावाला की घटना का जिक्र जरूरी है। आफताब पूनावाला को उसकी लिव इन पार्टनर के शव के 35 टुकड़े करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। आफताब का केस लंबे समय तक मीडिया की सुर्खियों में रहा। वो केस किन वजहों से सुर्खियों में रहा, उसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। लेकिन अंकित खोखर की हत्या का आरोप उमेश शर्मा पर है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। मीडिया में यह केस बहुत चर्चा का विषय नहीं बनेगा।