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बदली रणनीतिः बीएसपी अचानक बीजेपी पर हुई आक्रामक, कहा-  कराती है दंगे

बदली रणनीतिः बीएसपी अचानक बीजेपी पर हुई आक्रामक, कहा-  कराती है दंगे

बीजेपी को लेकर बीएसपी की रणनीति अचानक बदल गई है। यूपी के चंदौली में बीएसपी महासचिव सतीश मिश्रा ने आरोप लगाया कि बीजेपी और सपा दंगे कराते हैं।

बहुजन समाज पार्टी ने भी अब बीजेपी पर हमले शुरू कर दिए हैं। अभी तक बीजेपी को लेकर बीएसपी बहुत आक्रामक नहीं थी।

पार्टी के महासचिव सतीश मिश्रा ने आज चंदौली में कहा कि भाजपा और सपा यूपी में दंगे कराते हैं। 

उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर भी योगी सरकार को घेरा।

बसपा की तरफ से अभी तक बीजेपी को लेकर इस तरह के बयान नहीं आते थे।

जाहिर है कि यह बयान बिना पार्टी सुप्रीमो मायावती की मर्जी के नहीं आया होगा। यह बीएसपी की बदली हुई रणनीति का हिस्सा लग रहा है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर अभी तक बीजेपी और समाजवादी पार्टी एक दूसरे को सीधे टक्कर दे रहे हैं लेकिन सतीश मिश्रा के बयान से लगता है कि बसपा भी रेस में आना चाहती है।

मिश्रा हुए आक्रामक

बीएसपी महासचिव सतीश मिश्रा आज चंदौली में पार्टी के मंडल स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने आए थे।

इसी कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पत्रकारों से भी बात की और कई बयान दे डाले।

सतीश मिश्रा ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ब्राह्मण कौन है, 3 महीने बाद पता चलेगा। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि यूपी में ब्राह्मणों के साथ जो व्यवहार हो रहा है, वह किसी से छिपा नहीं है।

मिश्रा बोले -

तीन महीने बाद होने वाले चुनाव में ब्राह्मण सबक सिखा देंगे कि ब्राह्मण कौन हैं ?


 - Satya Hindi

बता दें कि सतीश मिश्रा के ही नेतृत्व में बीएसपी ने पिछले दिनों ब्राह्मण सम्मेलन किया था। जिसमें काफी भीड़ जुटी थी।

इसके बाद सपा ने भी अपना ब्राह्मण सम्मेलन किया था।

सतीश मिश्रा चंदौली में बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी और सपा दंगे कराते हैं। बीजेपी प्रदेश में धार्मिक उन्माद पैदा कर साम्प्रदायिक माहौल बना रही है।

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उन्होंने बेहद तीखे शब्दों में कहा कि यूपी में बीजेपी की जमीन खिसक रही है। बीजेपी की सत्ता में वापसी नहीं होगी।

क्या है बीएसपी की रणनीति

बीजेपी को लेकर मायावती लंबे समय से चुप्पी साधे हुए थीं। वो केंद्र और यूपी सरकार की आलोचना तक से दूर भागती थीं। इसे लेकर खुद उनकी पार्टी में चर्चा रहती थी।

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मायावती अपनी खोई हुई जमीन पाना चाहती हैं। इसलिए अब उन्होंने नई रणनीति बनाई है।

अगर बीएसपी की ठीकठाक सीटें आ जाती हैं तो पार्टी किसी भी राजनीतिक दल से सरकार में आने के लिए समझौता कर सकती है।

महासचिव सतीश मिश्रा को मायावती का काफी विश्वस्त माना जाता है। उनका मंगलवार का बीजेपी-सपा के खिलाफ बयान सोच समझकर दिया गया बयान है।

यह बयान पार्टी ने मुस्लिम वोटों को आकर्षित करने के लिए दिया है। उसे लगता है कि अगर उसे मामूली मुस्लिम वोट भी मिल गए तो वो दलित वोटों के सहारे अपनी नैया पार लगा सकती है।

यह अलग बात है कि बीएसपी के इस बयान को मुस्लिम मतदाता कितनी गंभीरता से लेंगे, यह अलग बात है।

   

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