लीबिया में तूफान के बाद भीषण बाढ़ से 5,300 लोगों की मौत
पूर्वी लीबिया में भीषण तूफान और बारिश के बाद डेर्ना शहर में आई भीषण बाढ़ में कम से कम 5,300 लोग मारे गए और 10,000 से अधिक लोग लापता हैं। लीबिया की पूर्वी सरकार के आंतरिक मंत्रालय ने देश की सरकारी समाचार एजेंसी LANA से बातचीत में भी इतनी संख्या में लोगों के मारे जाने की आशंका जताई है।
यह विनाशकारी घटना रविवार को पूर्वी लीबिया में आए भूमध्यसागरीय तूफान के कारण हुई। इसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर बाढ़ आई और इसके रास्ते में आने वाले बुनियादी ढांचे को बड़ा नुकसान हुआ।
सीजीटीएन की रिपोर्ट के अनुसार मंत्रालय के प्रवक्ता तारेक अल-खर्राज़ ने कहा है कि परिजनों द्वारा पहचाने जाने के बाद अधिकारियों ने 2,800 शवों को दफना दिया है, जबकि 260 अज्ञात शव शहर के अस्पताल में हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, तटीय शहर में आपदा आने के 36 घंटे से अधिक समय बाद मंगलवार को डेर्ना तक सहायता और बचाव प्रयास शुरू हो पाए।
बाढ़ के पानी ने शहर की ओर जाने वाली कई सड़कों को या तो गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया है या पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। शहर में क़रीब 89,000 लोगों का घर है।
लीबिया में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रिसेंट सोसाइटीज यानी आईएफआरसी के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख टैमर रमज़ान ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि लगभग 10,000 लोगों के लापता होने की सूचना है।
आईएफआरसी के लिए लीबिया के दूत ने कहा कि आने वाले दिनों में मरने वालों की संख्या हजारों में बढ़ने की आशंका है। बाढ़ पीड़ितों की मदद करते समय आईएफआरसी के तीन स्वयंसेवकों की मृत्यु हो गई।
रॉयटर्स के पत्रकारों ने अस्पताल के गलियारे में जमीन पर कई शव पड़े देखे। पूर्व को नियंत्रित करने वाले प्रशासन में नागरिक उड्डयन मंत्री हिचेम अबू चकिउआट ने डेर्ना का दौरा करने के बाद रॉयटर्स को बताया, 'शव हर जगह पड़े हैं - समुद्र में, घाटियों में, इमारतों के नीचे।'
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने कहा कि आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों को मदद के लिए तैनात किया गया है। तुर्की और अन्य देशों ने खोज और बचाव वाहनों, बचाव नौकाओं, जनरेटर और भोजन सहित लीबिया को सहायता भेजी है। लीबियाई प्रेसीडेंसी काउंसिल के अध्यक्ष मोहम्मद मेनफी ने बाढ़ के बाद मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता का आह्वान किया।