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विरोध के बाद भी वीर दास बोले- भारत को 'लव लेटर' लिखना जारी रखूंगा

विरोध के बाद भी वीर दास बोले- भारत को 'लव लेटर' लिखना जारी रखूंगा

'आई कम फ्रॉम टू इंडिया' के लिए जबर्दस्त विरोध और 'भारत विरोधी' बयान देने का आरोप झेल रहे वीर दास क्या अब वैसी कॉमेडी करना बंद कर देंगे?

स्टैंड-अप कॉमेडियन वीर दास ने दो टूक कहा है कि वह जब तक कॉमेडी करते रहेंगे तब तक ऐसा व्यंग्य करते रहेंगे। वह इसको और स्पष्ट करते हुए कहते हैं कि उनका काम व्यंग्य करना और लोगों को हंसाना है। उन्होंने कहा कि वह अपने देश को 10 वर्षों से हंसा रहे हैं और उन्हें उम्मीद है कि देश को ऐसा 'लव लेटर' लिखना जारी रखेंगे। 

'आई कम फ्रॉम टू इंडिया' यानी 'मैं दो भारत से आता हूँ' पर विवाद के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह बात कही। उन्होंने वाशिंगटन डीसी के जॉन एफ कैनेडी सेंटर में एक प्रदर्शन के दौरान भारतीय लोगों के दोहरे चरित्र पर व्यंग्य किया था। उसमें उन्होंने कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई, बलात्कार की घटनाएँ, कॉमेडियन के ख़िलाफ़ कार्रवाई से लेकर किसानों के विरोध तक का ज़िक्र किया था। 

लेकिन उस कार्यक्रम में भारतीय लोगों के दोहरे चरित्र को बताने पर कुछ लोगों ने उस बयान को 'भारत विरोधी' बताया और दिल्ली और मुंबई में शिकायत दर्ज करा दी। सोशल मीडिया पर भी इस पर जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई है। वीर दास के वीडियो में ख़ासकर वह हिस्सा शेयर कर वीर पर निशाना साधा गया जिसमें कॉमेडियन ने कहा था, 'मैं एक ऐसे भारत से आता हूँ जहां हम दिन में महिलाओं की पूजा करते हैं और रात में उनका सामूहिक बलात्कार करते हैं।'

तीखा विरोध होने के बाद वीर दास ने एक बयान जारी कर सफ़ाई दी थी कि 'मैं दो भारत से आता हूँ' में उनका उद्देश्य देश का अपमान करना नहीं था। उन्होंने कहा था कि उनका इरादा यह बताना था कि देश अपने ऐसे मुद्दों के बावजूद महान है।

वीर दास इस समय इंटरनेशनल एमी अवार्ड्स 2021 के लिए न्यूयॉर्क में हैं, जहाँ उन्हें उनके नेटफ्लिक्स स्पेशल 'वीर दास: फॉर इंडिया' के लिए कॉमेडी सेक्शन में नॉमिनेट किया गया है। इस विवाद के बाद पहली बार उन्होंने मीडिया के सामने अपनी पूरी बात रखी है।

उन्होंने एनडीटीवी से इंटरव्यू में कहा, 'मुझे लगता है कि हँसना एक उत्सव जैसा है। जब हँसी और तालियाँ एक कमरे में गूँज उठती हैं तो वह गर्व का क्षण होता है। कोई भी भारतीय जो हास्य की भावना रखता है, व्यंग्य को समझता है या जिसने मेरा पूरा वीडियो देखा, जानता है कि उस कमरे में क्या हुआ था।' 

वीर दास ने कहा, 'मैं यह संभावना नहीं जता सकता कि जब मैं कोई सामग्री पेश करता हूँ तो उसका क्या असर होता है - जोक है, यह मेरे हाथ में नहीं है।' उन्होंने आगे कहा, 

मुझे लगता है कि एक कॉमेडियन व्यंग्य करता है, इसमें देश का अच्छा और देश का बुरा होता है, जिसका अंत देश की भलाई में होता है।


वीर दास, स्टैंड अप कॉमेडियन

उन्होंने आगे कहा, 'मैंने अपने देश को अब 10 साल तक हंसाया है। मैंने अपना जीवन अपने देश के बारे में लिखने के लिए समर्पित कर दिया है। हम यहाँ एम्मी में हैं क्योंकि मैंने अपने देश को एक लव लेटर लिखा था। जब तक मैं अपनी कॉमेडी करने में सक्षम हूँ, मैं अपने देश को लव लेटर लिखता रहना चाहता हूँ।'

उन्‍होंने कहा कि एक कलाकार के तौर पर आपको हर तरह के फीडबैक मिलते हैं और लाखों लोगों ने मेरे शो के लिए मुझे प्‍यार दिया है।

जानिए उन्होंने क्या कहा था कार्यक्रम में

उस वीडियो में कहे गए वाक्यों का कुछ अंश-

"मैं उस भारत से आता हूं, जहां हम दिन में औरतों की पूजा करते हैं और रात में गैंगरेप करते हैं...।

मैं उस भारत से आता हूं, जहां हम वैजिटेरियन होने में गर्व महसूस करते हैं, लेकिन उन्हीं किसानों को कुचल देते हैं, जो ये वेजिटेबल उगाते हैं...।

मैं उस भारत से आता हूं, जहां बच्चे मास्क लगा कर एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं और मैं उस भारत से आता हूं जहां के नेता बिना मास्क लगाए गले मिलते हैं...।

मैं उस भारत से आता हूं जहां हिंदू, मुसलिम, ईसाई, सिख, पारसी और यहूदी भी हैं और जब हम सभी आसमान में देखते हैं तो हम सभी को एक ही चीज दिखती है- पेट्रोल की क़ीमतें...।"

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