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स्पाइस जेट खुद को सेफ एयरलाइन साबित करने में नाकामः डीजीसीए

स्पाइस जेट खुद को सेफ एयरलाइन साबित करने में नाकामः डीजीसीए

भारतीय एयर रेगुलेटर डीजीसीए ने स्पाइस जेट को नोटिस जारी किया है और उसके कामकाज पर सख्त टिप्पणी की है।

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बुधवार को स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया। यह एयरलाइन पिछले 18 दिनों में आठ खराबी की घटनाओं की शिकार हुई है।

डीजीसीए ने कहा कि स्पाइसजेट विमान नियम, 1937 के तहत सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय हवाई सेवाएं दे पाने में विफल रहा है।

स्पाइसजेट ने कहा कि उसका मालवाहक विमान, जो चीन में चोंगकिंग जा रहा था, मंगलवार को कोलकाता लौट आया क्योंकि पायलटों को उड़ान भरने के बाद एहसास हुआ कि उसका मौसम रडार काम नहीं कर रहा है। 

पिछले 18 दिनों में स्पाइसजेट के विमान में तकनीकी खराबी की यह कम से कम आठवीं घटना है। 2 जुलाई को, जबलपुर जाने वाली स्पाइसजेट की एक फ्लाइट क्रू मेंबर्स के केबिन में लगभग 5,000 फीट की ऊंचाई पर धुआं देखने के बाद दिल्ली लौट आई।

24 और 25 जून को उड़ान भरते समय दो अलग-अलग स्पाइसजेट विमानों पर दरवाजे में खराबी की चेतावनी दी गई, जिससे उन्हें अपनी यात्रा बीच में छोड़कर वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। 19 जून को, पटना हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद 185 यात्रियों को लेकर वाहक के दिल्ली जाने वाले विमान के एक इंजन में आग लग गई और विमान ने कुछ मिनट बाद आपातकालीन लैंडिंग की। पक्षी के टकराने से इंजन में खराबी आ गई।

19 जून को एक अन्य घटना में, जबलपुर के लिए एक स्पाइसजेट की उड़ान को केबिन में धुआं उठने पर दिल्ली लौटना पड़ा। 

स्पाइसजेट के शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर पर चल रहे हैं।  स्पाइसजेट के शेयरों में बुधवार को गिरावट जारी रही। उसके शेयर अपने एक साल के निचले स्तर पर 7% की गिरावट के साथ चल रहे हैं। एयरलाइन पिछले तीन साल से घाटे में चल रही है। उसको 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में क्रमशः 316 करोड़ रुपये, 934 करोड़ रुपये और 998 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है।

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