जन्मदिन पर मायावती के घर जाएँगे अखिलेश, बजेगा चुनावी बिगुल
गठबंधन बनने के बाद मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती के जन्मदिन का मौक़ा ख़ास होगा। इस दिन जहाँ पहली बार समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव मायावती को बधाई देने जाएँगे, वहीं लोकसभा चुनावों के लिए दोनों दलों के साझा अभियान की भी शुरुआत होगी।
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हालाँकि बसपा की ओर से जन्मदिन के उत्सव के लिए भेजे गए निमंत्रण पत्र में अखिलेश यादव का जिक़्र नहीं है, लेकिन सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव से मिलने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि मंगलवार को वह जन्मदिन की बधाई देने मायावती के घर जाएँगे। यह पहला मौक़ा होगा जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव आमने-सामने होकर मायावती को जन्मदिन की बधाई देंगे। मायावती का जन्मदिन पार्टी कार्यालय में मनाया जाएगा, जहाँ वह अपनी आत्मकथा ब्लू बुक के नए संस्करण को जारी करेंगी।
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बसपा कार्यालय की ओर से भेजे गए निमंत्रण पत्र के अनुसार, मंगलवार की सुबह 11 बजे मायावती अपनी आत्मकथा ‘मेरे संघर्षमय जीवन और बीएसपी मूवमेंट का सफ़रनामा’ के 14 वें हिन्दी व अंग्रेजी संस्करण का विमोचन करेंगी। जनकल्याणकारी दिवस के नाम से मायावती का जन्मदिन देश भर में बसपा के सभी कार्यालयों पर मनाया जाएगा। राजधानी लखनऊ में जन्मदिन के कार्यक्रम पर नेताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद कल ही मायावती दिल्ली रवाना हो जाएँगी।
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सीटों को लेकर होगा एलान
सपा नेताओं के मुताबिक़, जन्मदिन को यादगार बनाने के लिए अखिलेश यादव भी इस मौके पर बसपा कार्यालय जाएँगे। मंगलवार शाम तक दोनों पार्टियों की तरफ़ से आगामी लोकसभा चुनावों में लड़ी जाने वाली सीटों का एलान भी हो जाएगा। मोटे तौर पर दोनों दलों की ओर से लड़ी जाने वाली सीटों पर सहमति बन गई है। कल ही गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को शामिल किए जाने पर अंतिम फ़ैसला भी हो जाएगा।
राजद को मिल सकती है एक सीट
सोमवार को बसपा सुप्रीमो व सपा मुखिया से मुलाक़ात के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपना समर्थन यूपी के इस गठबंधन को दे दिया है। दोनों दलों के नेताओं के मुताबिक़, राजद ने अपने उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अशोक सिंह के लिए एक सीट की माँग भी रखी है जिस पर अभी फ़ैसला होना बाकी है।
बदले में राजद नेता ने बिहार में गठबंधन में सपा और बसपा को शामिल करने का वादा भी किया है। सपा नेताओं के मुताबिक़, राजद नेता ने सपा के लिए बिहार में झंझारपुर और बसपा के लिए गोपालपुर की सीट छोड़ने पर हामी भी भर दी है।