उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर हो रहे उपचुनाव के दौरान कई जगहों पर वोट डालने से रोके जाने का आरोप लगाया गया है। कुछ जगहों पर आईडी कार्ड को फाड़े जाने की शिकायतें मिली हैं। कुछ जगहों पर बुर्के में वोट डालने जाने वालों की जाँच की मांग की गई। इस बीच कई जगहों पर पुलिस द्वारा आईडी कार्ड की जाँच किए जाने की शिकायत आई है और इस पर हंगामा मचा है। कई जगह पथराव की ख़बरें भी आईं। शिकायत के बाद 7 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई भी की गई है।
अखिलेश यादव ने कहा है, 'उत्तर प्रदेश में जिन मतदाताओं को पुलिस-प्रशासन द्वारा वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से वोट डालने जाएं। इस चुनावी गड़बड़ी की सूचना हर तरफ़ फैल गई है। चुनाव आयोग भी सतर्क हो गया है और अब उसकी तरफ़ से ये आश्वासन मिल रहा है कि जिन लोगों को वोट डालने से रोका गया है, वो एक बार फिर से जाएं और अपना वोट ज़रूर डालें। अब कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।'
अखिलेश ने आगे कहा है, 'अगर फिर से कोई रोके तो आप वहाँ उपस्थित चुनाव आयोग के अधिकारियों या राजनीतिक दलों के लोगों को सूचित करें या चुनाव आयोग से सीधी शिकायत करें। चुनाव आयोग से मिले इस आश्वासन के लिए धन्यवाद। प्रशासन व पुलिस के बेईमान अधिकारी बख़्शे नहीं जाएंगे। उनके वीडियो साक्ष्य उनके ख़िलाफ़ वैधानिक कार्रवाई का आधार बनेंगे। बेख़ौफ़ जाएं और अपना वोट ज़रूर डालकर आएं!'
उपचुनाव के लिए हो रही वोटिंग के बीच अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को हार का डर सता रहा है इसलिए वे खुद गड़बड़ करा रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि चुनाव आयोग बेईमान अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। भाजपा हार के डर से प्रशासन पर बेईमानी करने का दबाव बना रही है।
सपा नेता अखिलेश ने कहा है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को गड़बड़ियों का वीडियो बनाने को कहा है। अखिलेश ने कहा कि ये चुनाव तो समाजवादी पार्टी जीतेगी ही लेकिन अगर ये मामला कोर्ट में जाता है तो फिर ऐसे अधिकारी इन सबूतों के आधार पर दोषी साबित होंगे।
अखिलेश ने कहा है कि गड़बड़ी करने वाले अधिकारी की नौकरी, सैलरी, पेंशन, पीएफ और इज्जत भी जाएगी।
समाजवादी पार्टी ने चुनाव में कथित गड़बड़ियों को लेकर आधिकारिक तौर पर शिकायत भी की है।
अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग ने निर्देश दिए हैं कि पुलिस कहीं भी आईडी चेक नही कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन समाजवादी पार्टी के वोटर्स को वोट नहीं डालने दे रहे हैं।
इससे पहले अखिलेश ने चुनाव आयोग पर टिप्पणी की थी और कहा था, 'अगर निर्वाचन आयोग का कोई जीता-जागता अस्तित्व है तो वो जीवंत होकर, प्रशासन के द्वारा वोटिंग को हतोत्साहित करने के लिए तुरंत सुनिश्चित करे:
- लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे।
- रास्ते बंद न किये जाएं।
- वोटर्स के आईडी ज़ब्त न किये जाएं।
- असली आईडी को नक़ली आईडी बताकर जेल में डालने की धमकी न दी जाए।
- मतदान की गति घटायी न जाए।
- समय बर्बाद न किया जाए, ज़रूरत पड़ने पर वोटिंग का टाइम बढ़ाया जाए।
- प्रशासन सत्ता का प्रतिनिधि न बने।
- चुनावी गड़बड़ी की सभी वीडियो रिकार्डिंग का रीयल टाइम संज्ञान लेकर तत्काल बेईमान अधिकारी हटाए जाएं।'
इससे पहले यूपी के ककरौली में बुधवार सुबह मतदान के दौरान हंगामा हो गया। इसके बाद भीड़ ने पथराव किया। पुलिस ने लाठियां चलाईं, भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद हैं।
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, सपा के सीसामऊ से प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने आरोप लगाया कि मतदाताओं को मत का प्रयोग करने से रोका जा रहा है, कई लोगों के आईडी कार्ड फाड़ दिए गए हैं और जगह-जगह कोशिश की जा रही है कि मतदान न हो पाए। उन्होंने सुबह आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग के आदेश के बाद भी पुलिस आईडी कार्ड चेक कर परेशान कर रही है।
अखिलेश यादव की याचिका पर कई पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। एबीपी की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव आयोग ने मतदाताओं की जांच करने और मतदाताओं को वोट डालने से रोकने पर चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है। यूपी उपचुनाव में अब तक 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए गए हैं। मुरादाबाद से एक दारोगा और 2 सिपाहियों को हटाया गया, मुजफ्फरनगर से 2 दारोगा निलंबित किए गए हैं और कानपुर से 2 पुलिस वाले सस्पेंड किए हैं।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार फूलपुर से बीजेपी कैंडिडेट दीपक पटेल ने बुर्का पहनकर वोटिंग पर सवाल उठाया और उन्होंने कहा कि बुर्का पहनी महिलाएं फर्जी वोटिंग का जरिया है। उन्होंने कहा कि जब हिन्दू महिला का चेहरा देखा जा रहा है मुस्लिम महिला का भी चेहरा देखा जाए। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा है कि मतदाताओं को झूठी कहानियां बनाकर रोका जा रहा है। मतदाताओं को कहा जा रहा है कि उनके पहचान पत्र में त्रूटि है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कुंदरकी, करहल, कटेहरी, गाजियाबाद, सीसामऊ, मीरापुर, माझवां, खैर, फूलपुर में उपचुनाव हो रहे हैं।